(Congress Bhatapara) काँग्रेस के लिए गले की फाँस बनी जिले का मुद्दा

(Congress Bhatapara)

राजकुमार मल

(Congress Bhatapara) काँग्रेस के लिए गले की फाँस बनी जिले का मुद्दा

 

(Congress Bhatapara) भाटापारा !  छत्तीसगढ़ सरकार के 4 साल पूरे हो गए और चुनाव को अब कुछ ही महीने शेष रह गए हैं जैसे-जैसे चुनाव निकट आता जा रहा है वैसे वैसे जिले का मुद्दा और गर्माता जा रहा है 40 वर्षों पुरानी जिले की मांग धीरे-धीरे अब कांग्रेस के गले की फाँस बनता जा रहा है इसकी वजह भी वे स्वयं है ।

(Congress Bhatapara)  4 साल पहले विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर लोकोत्सव मैदान में हजारों की भीड़ के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस की सरकार आने पर भाटापारा को स्वतंत्र जिला बनाने का वादा किया था परंतु अब तक वे अपने वादे पर खरा नहीं उतरे हैं। यहां की आम जनता का केवल एक ही सवाल है, आखिरकार मुख्यमंत्री अपना किया हुआ वादा पूरा क्यों नहीं कर रहे हैं?

जो कहते हैं वो करते हैं –

(Congress Bhatapara) प्रदेश के मुखिया के साथ-साथ कांग्रेसी भी यह कहते हैं कि कांग्रेस जो कहती है वह करती भी है परंतु जिले के मामले पर उनकी यह बात हजम नहीं हो रही है। इधर भाजपा इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश में लगी हुई है, क्योंकि यदि जिला नहीं बना तो इसका सीधा खामियाजा कांग्रेस को भुगतना पड़ेगा । हालांकि भाजपा ने कभी नहीं कहा कि वो भाटापारा को जिला बनायेंगे लेकिन अब जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आता जा रहा है भाजपाई भी वादा कर रहे हैं कि हमारी सरकार आने पर हम भाटापारा को जिला जरूर बनाएंगे।

विकास की राह में पिछड़ा भाटापारा-

भाटापारा लगातार विकास की राह में पिछड़ते जा रहा है । एक ओर जो सुविधाएं केंद्र सरकार से पूरी कराई जा सकती हैं उस पर भाजपा ध्यान नहीं दे रही है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का विधायक नहीं होने के कारण सत्ता पक्ष द्वारा विकास कार्यों को नजरअंदाज किया जा रहा हैं। कुल मिलाकर यहां की जनता के लिए आगे कुआं पीछे खाई है । विकास के लिए जनप्रतिनिधि जिम्मेदार होते हैं,परन्तु यहाँ के जनप्रतिनिधि कुंभकरण की नींद में सोए हुए हैं। कुंभकरण भी 6 माह में जाग जाता था परंतु यहां के जनप्रतिनिधि जागने का नाम ही नहीं ले रहे हैं।

 

गणतंत्र दिवस पर नजरें टिकी 

भाटापारा की आम जनता की नजरें अब गणतंत्र दिवस पर टिकी हुई है इस आशा के साथ की शहीद नंद कुमार पटेल का सपना पूरा करते हुए प्रदेश के मुखिया गणतंत्र दिवस के दिन भाटापारा को जिला जरूर बनाएंगे। क्या मुख्यमंत्री क्षेत्र की जनता के विश्वास पर खरा उतर पाएंगे यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन यहां की आम जनता चाहती है कि वे अपने वादे के अनुरूप भाटापारा को स्वतंत्र जिला घोषित करे।

मुख्यमंत्री क्यों नहीं आ रहे भाटापारा?

 

(Congress Bhatapara) क्षेत्र की जनता इस सवाल का जवाब ढूंढने में लगी है कि आखिरकार प्रदेश भर में भेंट मुलाकात करने के लिए निकले मुख्यमंत्री भाटापारा क्यों नहीं आ रहे हैं? खासकर हारी हुई सीटों पर मुख्यमंत्री खासा फोकस कर रहें हैं। कांग्रेसी अक्सर यह कयास लगाते हैं कि मुख्यमत्री भेंट मुलाकात के लिए जिस दिन भी भाटापारा आयेंगे जिले की घोषणा करके जाएंगे। अब यह तो भविष्य के गर्भ में हैं कि के वे कब आयेंगे और भाटापारा को जिला कब बनायेंगे।

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