Bhagwat Katha : भागवत कथा से ही मोक्ष की प्राप्ति होती है आचार्य डॉक्टर संजय सलिल
Bhagwat Katha : सक्ती । गुरुद्वारा के पास होने वाली श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिन कथा वाचक डॉ संजय कृष्ण सलिल जी ने कहा कि श्रीमद् भागवत इस संसार का सर्वश्रेष्ठ सत्कर्म है जो केवल पूर्वजों के आशीर्वाद और भगवान बांके बिहारी की अति कृपा होने पर ही प्राप्त होता है ।
Bhagwat Katha : श्रीमद् भागवत साक्षात भगवान श्री कृष्ण चंद्र जी महाराज का वांग्मय स्वरूप है भागवत कथा से ही पूर्वजों को मुक्ति प्रदान होती है यह बातें वृंदावन वाले कथा वाचक संजय कृष्ण सलिल के द्वारा नगर के गुरुद्वारा के बगल में खरकिया परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस कथा माहात्म्य का वर्णन करते हुए व्यासपीठ से आचार्य ने प्रकट किया ।
Bhagwat Katha : श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ भव्य कलश शोभायात्रा के साथ महामाया मंदिर शक्ति की पूजा अर्चना के साथ हुआ । कलश यात्रा में आयोजक परिवार सहित नगर के सैकड़ों भक्तगण शामिल होकर ।
राधे राधे की जय घोष एवं भजन संकीर्तन से पूरे नगर का वातावरण भक्तिमय हो गया डॉक्टर संजय कृष्ण सलिल द्वारा भक्ति देवी के दोनों पुत्र ज्ञान और वैराग्य की जरा अवस्था से मुक्ति तथा गोकर्ण प्रसंग और धुंधकारी मोक्ष की कथा श्रवण कराया गया उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा इस संसार का सर्वश्रेष्ठ सत्कर्म है जो पूर्वजों के आशीर्वाद और भगवान बांके बिहारी की अति कृपा होने पर ही प्राप्त होता है ।
Bhagwat Katha : श्रीमद् भागवत साक्षात भगवान श्री कृष्ण चंद्र जी का वांग्मय स्वरूप है यह गतार्थ को कृतार्थ करने , एवं मोक्ष प्राप्ति का कथा है नगर के गुरुद्वारा के पास फर्म केदारनाथ कन्हैयालाल खरकिया परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिवस कथा माहात्म्य का वर्णन करते हुए व्यासपीठ से आचार्य ने प्रकट किया श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का शुभारंभ भव्य कलश शोभायात्रा के साथ महामाया मंदिर की पूजा अर्चना के साथ हुआ ।
कलश यात्रा में आयोजक परिवार सहित नगर के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया ।राधे राधे की जय घोष एवं भजन संकीर्तन से पूरे नगर का वातावरण भक्तिमय हो गया दिया ।
Bhagwat Katha : आचार्य डॉ संजय कृष्ण सलिल द्वारा भक्ति देवी के दोनों पुत्र ज्ञान और वैराग्य की जरा अवस्था से मुक्ति तथा गोकर्ण प्रसंग और धुंधकारी मोक्ष की कथा श्रवण कराया गया ।
Bhagwat Katha : आचार्य ने बताया कि पूर्वजों की सद्गति के लिए श्रीमद् भागवत कथा ही एकमात्र कथा है , इसी कथा को आत्मसात कर राजा परीक्षित को भी सद्गति की प्राप्ति हुई थी ।
Bhagwat Katha : भागवत पुराण ही परम धन है , इसलिए इसे सुनकर भागवत के उद्देश्य को अपने जीवन में उतारे और भगवान श्री कृष्ण की भक्ति में डूब जाएं भागवत भक्ति करने वाला हर मनुष्य जीवन के भवसागर से पार हो जाता है और भगवान की असीम कृपा उस पर बनी रहती है !