सूरजपुर (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया है। यहां एक युवक, जिसे परिवार ने मृत समझकर उसका अंतिम संस्कार कर दिया था, वह अपने ही क्रियाकर्म कार्यक्रम के दौरान जिंदा वापस घर लौट आया। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी है और अब यह मामला पुलिस के लिए एक बड़ी पहेली बन गया है।

कुएं से मिली थी अज्ञात लाश
घटना की शुरुआत बीते शनिवार से हुई थी, जब मानपुर क्षेत्र में एक कुएं से अज्ञात शव बरामद हुआ। पुलिस ने शव की पहचान के लिए आसपास के इलाकों में सूचना भेजी। उसी दौरान चंद्रपुर निवासी एक परिवार ने उस शव को अपने लापता बेटे पुरुषोत्तम के रूप में पहचान लिया।
पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को परिजनों को सौंप दिया और पुलिस की मौजूदगी में दफनाने की प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद परिवार ने रीति-रिवाज के अनुसार क्रियाकर्म कार्यक्रम आयोजित किया।
क्रियाकर्म में शामिल हुआ ‘मरा हुआ’ बेटा
घटना में सबसे बड़ा मोड़ तब आया, जब परिवार के लोग क्रियाकर्म कर रहे थे — उसी दौरान पुरुषोत्तम खुद घर लौट आया। बेटे को जीवित देखकर परिजन सन्न रह गए। जिस व्यक्ति के लिए शोक सभा रखी गई थी, वही सामने खड़ा था। यह देखकर पूरा परिवार और गांव के लोग दंग रह गए।
इलाके में चर्चा का विषय
यह अजीबो-गरीब घटना अब पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। रिश्तेदारों ने बताया कि जब उन्होंने पुरुषोत्तम को जिंदा देखा, तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। लोग विश्वास नहीं कर पा रहे थे कि जिसे उन्होंने अपनी आंखों से दफनाया, वह फिर से घर लौट आया है।
अब पुलिस के लिए बनी पहेली
अब सवाल यह है कि आखिर कुएं में मिला शव किसका था? पुलिस ने जो केस पहले बंद कर दिया था, अब उसे फिर से खोला जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, शव के कपड़े और अन्य सामग्री उनके पास सुरक्षित हैं। इन्हीं के आधार पर वास्तविक मृतक की पहचान की जाएगी। परिजनों के दावे के बाद शव को कब्र से निकालकर दोबारा जांच करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
