Stop Diarrhea Campaign : 31 अगस्त तक चलेगी स्टॉप डायरिया कैंपेन

Stop Diarrhea Campaign :

Stop Diarrhea Campaign :  आपसी समन्वय से विभाग करें जिम्मेदारी से कामः  लंगेह

 

Stop Diarrhea Campaign :  कोरिया !    जिले में 1 जुलाई से 31 अगस्त 2024 तक स्टॉप डायरिया कैंपेन आयोजित किए गए हैं। कलेक्टर श्री विनय कुमार लंगेह ने इस अभियान में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और स्कूल शिक्षा विभाग को समन्वय से कार्य करने को कहा गया है।

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस अभियान के अंतर्गत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग माइक्रो प्लान, प्रचार प्रसार और मॉनिटरिंग का कार्य करेगा। महिला एवं बाल विकास विभाग कुपोषण से जोखिम वाले बच्चों की पहचान करेगा और पोषण संबंधी आकलन करेगा। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग जल की गुणवत्ता परीक्षण और शुद्ध जल आपूर्ति का कार्य करेगा। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग स्वच्छता अभियान और साफ-सफाई के प्रति जागरूकता में भागीदारी करेगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ग्राम संगठन, स्वयं सहायता समूह, मितानिनों की बैठक में चर्चा आयोजित कर जन जागरूकता फैलाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग स्कूलों में शौचालयों की सफाई सुनिश्चित करेगा।

 

Stop Diarrhea Campaign : मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर. एस. सेंगर ने बताया कि 1 जुलाई से 31 अगस्त तक चलने वाले इस अभियान के तहत मितानिनों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर शून्य से पांच वर्ष के सभी बच्चों को ओ.आर.एस पैकेट और जिंक की गोली वितरित की जाएगी।

डायरिया के बच्चों को चिन्हांकित कर निःशुल्क इलाज और शिशु पोषण-आहार-व्यवहार की जानकारी दी जाएगी। गंभीर कुपोषित बच्चों को पोषण युक्त आहार के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में ओ.आर.एस. कॉर्नर स्थापित किए गए हैं और आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी ओ.आर.एस कॉर्नर बनाने के निर्देश दिए गए हैं।

 

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Stop Diarrhea Campaign : इस अभियान के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों, प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में हाथ धोने की उचित विधि का प्रदर्शन, पोस्टर लगाकर प्रचार प्रसार, माताओं और परिवारों को एम.सी.पी कार्ड द्वारा परामर्श, घरेलू ओ.आर.एस. घोल तैयार करने की विधि का प्रदर्शन और उसकी उपयोगिता के महत्व को बताना शामिल है। साथ ही सी.एच.ओ., आर.एच.ओ., आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और मितानिनों को ओ.आर.एस. और जिंक टेबलेट की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।

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