(Sri Krishna and Rukmini marriage) श्रीकृष्ण और रुक्मिणी विवाह की अमृत वर्षा का श्रद्धालुओं ने किया रसपान

(Sri Krishna and Rukmini marriage)

(Sri Krishna and Rukmini marriage) रुक्मिणी की कथा गृहस्थ जीवन को बनाता है मंगल ही मंगल – पं. दाऊलाल तिवारी

(Sri Krishna and Rukmini marriage) चारामा – चारामा क्षेत्र के ग्राम बारगरी नवापारा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छठे दिन शुक्रवार को कथा वाचक पंडित दाऊलाल तिवारी ने श्रीकृष्ण और रुक्मिणी विवाह की अमृत वर्षा का श्रद्धालुओं को रसपान कराया. श्रीमद् भागवत कथा के बीच भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी का सुंदर विवाह होता देख श्रद्धालुओं ने फूल बरसाए.

बारगरी नवापारा में 8 जनवरी से श्रीमद भागवत कथा आरम्भ हुई है. विधिवत कथा प्रसंग के माध्यम से लोग भगवान की लीलाओं का रस पान कर रहे है. गुरुवार को भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्य उत्सव में भी काफी संख्या में लोग मौजूद रहे. सुंदर मनमोहक भगवान श्रीकृष्ण की झांकी निकली गई। भगवान स्वरूप बालक को देख लोग भावविभोर हो गए।

(Sri Krishna and Rukmini marriage)  कथा वाचक के द्वारा शुक्रवार को भगवान श्रीकृष्ण के दिव्य महारास लीला का वर्णन किया। उन्होंने कहा कि भगवान की महारास लीला इतनी दिव्य है कि स्वयं भोलेनाथ उनके बाल रूप के दर्शन के लिए गोकुल पहुंच गए। मथुरा गमन प्रसंग में अक्रूर जी भगवान को लेने आए। जब भगवान श्रीकृष्ण मथुरा जाने लगे तो समस्त ब्रज की गोपियां भगवान कृष्ण के रथ के आगे खड़ी हो गईं।

(Sri Krishna and Rukmini marriage)  कहने लगी हे कन्हैया जब आपको हमें छोड़कर ही जाना था तो हम से प्रेम क्यों किया। गोपी उद्धव संवाद एवं अंतिम में रुक्मिणी मंगल की कथा बताई गई। विधिवत शादी समारोह की तरह ही भगवान श्रीकृष्ण और माता रुक्मिणी का विवाह सम्पन्न कराया गया। भगवान के इस विवाह उत्सव में लोगो ने जम कर फूल बरसाए और संगीत की धुन पर लोग झूम उठे।

कथावाचक पंडित दाऊलाल।तिवारी ग्राम गिरहोला(चारामा) बताया कि रुक्मिणी विवाह कथा श्रवण मात्र से ही गृहस्थ जीवन में सुख एवं मंगल की प्राप्ति होती है. इस दौरान काफी संख्या में श्रोतागण उपस्थित रहे। कथा का समापन 16 जनवरी को होगा.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU