Shri Navdurgotsav Samiti श्री नवदुर्गोत्सव समिति चारामा द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन

Shri Navdurgotsav Samiti

Shri Navdurgotsav Samiti  श्री नवदुर्गोत्सव समिति चारामा द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन

Shri Navdurgotsav Samiti  चारामा ! श्री श्री नवदुर्गोत्सव समिति चारामा द्वारा दुर्गाउत्सव के 51 वे वर्ष 2022 के आयोजन में दिनांक 29 सितंबर चतुर्थ दिवस पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया । क्रार्यक्रम के मार्गदर्शक तरुण देवदास ने बताया कि नगर अंचल के सभी साहित्यकार रचनाकारों को मञ्जरी साहित्य सृजन समिति चारामा के माध्यम जोड़कर प्रतिभाओ को एक नई पहचान एक नया आयाम देने का एक समवेत प्रयास किया गया है ।

Shri Navdurgotsav Samiti  मञ्जरी समिति से जुड़े वरिष्ठ एवं नवोदित रचनाकारों द्वारा गत वर्ष भी दुर्गाउत्सव में समता रंगमचं पर काव्य पाठ किया गया था । श्री श्री नव दुर्गोत्सव समिति चारामा द्वारा पुनः इस वर्ष भी मञ्जरी साहित्य सृजन समिति को कवि सम्मेलन करने का अवसर दिया ।

Shri Navdurgotsav Samiti  कवि सम्मेलन में नगर के वरिष्ठ काव्य साधक राजकुमार पांडे, कैलाश राव कृदत, शंकर शंभु, मञ्जरी समिति के संरक्षक के के गंजीर मञ्जरी एव कार्यक्रम के संयोजक युवा कवि मिथलेश कर शर्मा, राजेन्द्र ओझा, रवि सोनवानी के साथ नवोदित युवा रचनाकार चंदन सोनी, नरहरपुर से आये 7 वर्षीय बाल कवि योगांश सिन्हा आमंत्रित कविगणों में कांकेर से वरिष्ठ कवि अभिषेक मानिकपुरी युवा कवि रिजेंद्र गंजीर अखिलेश अरकरा बालोद से डॉ अशोक आकाश एवं पुष्पराज सिंह ने शिरकत की ।

Shri Navdurgotsav Samiti  जनक सिन्हा  ने अपने अनोखे अंदाज से पूरे कवि सम्मेलन का संचालन करते हुए न केवल कवियों को काव्य पाठ हेतु आमंत्रित किया अपितु हास परिहास भरे गुदगुदाने वाले गीत गजलो से मचं एव श्रोताओं को बांधे रखा । कैलाश राव कृदत ने अपनी मधुर आवाज में माता रानी की वंदना छत्तीसगढ़ी में प्रस्तुत किया ।

Shri Navdurgotsav Samiti  बालोद से आये कवि पुष्पराज सिंह ने वर्तमान राजनीति पर व्यंग्य का ऐसा तड़का लगाया कि श्रोता वाह वाह करते रहे उनकी रचना रामायण काल मे मोबाइल को श्रोतागणों द्वारा खूब सराहा गया । डा अशोक आकाश शंकर शंभू द्वारा छत्तीसगढ़ी में श्रृंगार रस की विभिन्न रचनाओं का सुंदर गायन किया गया ।

Shri Navdurgotsav Samiti  अभिषेक मानिकपुरी ने सुमधुर आवाज से अपने गीत गजलों से समा बांधा अखिलेश अरकरा ने श्रृंगार रस के मुक्तको से तो सजलकार रिजेंद्र गंजीर ने अपने सजल के जो फूल बरसाए तो देर तक तालिया बजती रही । मिथलेश कर शर्मा ने अपने हास्य व्यंग्य विधा से लोगो को हंसने पर मजबूर कर दिया । बाल कवि योगांश सिन्हा के धाराप्रवाह प्रस्तुति ने श्रोताओ को मोह लिया।

Shri Navdurgotsav Samiti  राजकुमार पांडेय के के गंजीर, राजेन्द्र ओझा रवि सोनवानी ने अपने काव्य पाठ से नवोदित कवि चंदन सोनी किलेपार ने मोर बस्तर माटी के साथ अपनी 3-4 रचनाओं से श्रोताओं की खूब तालिया बटोरी । नगरवासियों के द्वारा चारामा नगर में वर्षो पहले आयोजित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के कवि सम्मेलन को याद कर आयोजन की परंपरा को बनाये रखने पर हर्ष व्यक्त किया गया !

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