Shivraj’s Mool Mantra शिवराज का मूल मंत्र सामाजिक समरसता

Shivraj's Mool Mantra

अजय दीक्षित

Shivraj’s Mool Mantra शिवराज का मूल मंत्र सामाजिक समरसता

Shivraj’s Mool Mantra रामराज की संकल्पना के लिये सामाजिक समरसता भी आवश्यक मंत्र है, जिसको लोकप्रिय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में मूर्त रूप दिया है । वास्तविकता के धरातल पर अवतरित किया है । वह महान संत रविदास के दोहे को मंत्र मानते हैं और कहते हैं कि –

’ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिले सबन को अन्न ।
छोट- बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न ।’

Shivraj’s Mool Mantra  शिवराज के शासन का मूल मंत्र भी सामाजिक समरसता है। जिसमें सब लोग प्रसन्न रहें, मिलजुल कर रहे। शिवराज सरकार, केन्द्र एवं राज्य की 300 से अधिक जन हितैषी योजनाओं को धरातल पर उतार कर सभी पात्र हितग्राहियों लाभ दे रही है। समावेशी समाज का निर्माण हो रहा है । सभी वर्ग के पात्र लाभार्थियों को लगभग 43 लाख आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण प्रधानमंत्री आवास दिए गये हैं । 43 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ मध्यप्रदेश में रजिस्टर्ड हो गई है ।

Shivraj’s Mool Mantra मुख्यमंत्री कन्यादान योजना द्वारा 5 लाख से अधिक जोड़ों का विवाह, निकाह, परिणय उत्सवपूर्ण वातावरण में संपन्न किया गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में लाखों बालिकाओं को शिक्षार्जन करने विद्यालय जाने हेतु साइकिल प्रदान की गई हैं। इन योजनाओं से प्रदेश में महिला पुरुष लिंगानुपात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।

वर्तमान में लिंगानुपात 927 से बढक़र के 956 हो गया है जो स्वस्थ समाज के निर्माण में आवश्यक है। शिवराज सिंह चौहान, सभी धर्मों के लाखों वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ दर्शन योजना के माध्यम से तीर्थ यात्रा संपन्न करा श्रवण कुमार बन गए हैं।

अगले चरण में वायुमार्ग द्वारा हवाईजहाज़ से तीर्थ यात्रा कराएँगे। लाखों छात्रों को मेधावी छात्रवृत्ति योजना के द्वारा एवं अन्य योजनाओं से लाभान्वित किया है। पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति वर्ग एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए भी अनेक कल्याणकारी कार्य किए हैं जो सामाजिक समरसता का आधार है । मध्य प्रदेश की 4 करोड़ से अधिक जनसंख्या को खाद्य सुरक्षा प्रदान की गई है ।

Shivraj’s Mool Mantra शिवराज सरकार में लगभग ढाई लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश मध्यप्रदेश में हुआ है । प्रदेश में उद्योग धन्धों का जाल स्थापित हुआ है । 6 लाख से अधिक व्यावसायिक इकाईयां प्रदेश में स्थापित हुई हैं । विगत कुछ माह में ही 28 लाख से अधिक लाभार्थियों को 14 हजार करोड़ रुपये से अधिक की सहायता से रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गये हैं । उद्यमशीलता को दुरुत गति से बढ़ाया है । आने वाले वर्ष में एक लाख से अधिक शासकीय पदों पर नौकरियां में भर्ती की जा रही है । यह सब शिवराज के रामराज का द्योतक है ।

’राम काज कीन्हें बिनु, मोहि कहां विश्राम’
आपकी यह भावना और प्रबल हो ।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU