SECL Kusmunda Breaking : एसईसीएल कुसमुंडा के अधिकारियों की षडयंत्र नीति अब नहीं चलेगी, किसी भी कीमत पर नही तोड़ने देंगे मकान

National Institute of Agricultural Extension

उमेश कुमार डहरिया

SECL Kusmunda Breaking  हक के लिए लड़ाई लड़ेंगे

समर्थन में उतरे क्षेत्र के सभी पार्षद जनप्रतिनिधि गण

SECL Kusmunda Breaking कोरबा  !  जिले के कुसमुंडा क्षेत्र अंतर्गत इमली छापर चौक में एसईसीएल कुसमुंडा द्वारा ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाना है। यह ओवर ब्रिज थाना चौक से छापर चौक होते हुए कोरबा कुसमुंडा मार्ग की ओर मुड़ते हुए करीब 1 किलोमीटर लंबा बनेगा ।

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वर्तमान में थाना चौक की ओर से ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य प्रारंभ भी हो चुका है। इस ओवरब्रिज निर्माण में लगभग एक दर्जन से अधिक मकान व दुकान प्रभावित हो रहे हैं जिन्हे तोड़कर ओवर ब्रिज बनाया जाएगा।

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SECL Kusmunda Breaking एस ई सी एल कुसमुंडा के द्वारा ओवर ब्रिज बनने से पूर्व प्रभावित लोगों से मिलकर घर की नाप जोख की गई थी साथ ही SECL कुसमुंडा कार्यालय में मीटिंग कर आपसी सामंजस्य के साथ बीच का रास्ता निकालने की बात भी कही थी, परंतु आज एस ई सी एल के अधिकारियों द्वारा प्रभावित लोगों को कुसमुंडा कार्यालय में बुलाया गया जहां उनके साथ अधिकारियों के द्वारा दुर्व्यवहार किया गया जिससे आक्रोशित होकर सभी लोग वापस आ गए ।

SECL Kusmunda Breaking पूरे मामले पर हमने निशा पर वार्ड पार्षद बसंत चंद्रा से बात की उनका कहना है कि इमली छपरा रेलवे फाटक के लगातार बंद होने की वजह से यहां पर ओवरब्रिज का निर्माण कराया जाना हैं, इस उभर ब्रिज के बन जाने से क्षेत्र के लोगों को काफी राहत मिलेगी हम सभी क्षेत्र के विकास का सहयोग करते हैं समर्थन करते हैं इस ओवर ब्रिज के बनने से हमारे लगभग एक दर्जन से अधिक मकान व दुकान प्रभावित हो रहे हैं !

जिन्हें ओवरब्रिज बनाने के लिए तोड़ा जाना है, जिसका हम भी सहयोग कर रहे हैं, हम यहां लगभग बीते 40 वर्षों से निवास कर अपना और अपने परिवार जनों के साथ जीवन यापन कर रहे हैं। हमारी यह मांग है कि हमारी मकान दुकान तोड़ने की एवज में हमें अन्यत्र विस्थापन दिया जाए।

SECL Kusmunda Breaking कुसमुंडा प्रबंधन के द्वारा शुरुआत में सकारात्मक पहल की जा रही थी परंतु एकाएक एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन के अधिकारियों का रवैया बदल गया जिससे हम सभी काफी आहत हैं आने वाले समय में अपने हक की लड़ाई लड़ी जाएगी।

हुआ यूं की आज बुधवार को प्रभावितों के साथ कुसुंडा प्रबंधन की एक मीटिंग थी जिसके लिए सभी को नोटिस देकर कुसमुंडा कार्यालय बुलाया गया था, बताया जा रहा है कि वहां पर अधिकारियों ने प्रभावितों के साथ दुर्व्यवहार किया और कहा की ओवर ब्रिज बनना है मकान तोड़ने ही पड़ेंगे मकान के एवज में कोई किसी प्रकार का कोई भी सहयोग प्रबंधन नहीं करेगी।

SECL Kusmunda Breaking जिसके बाद सभी प्रभावित वहां से लौट आए, जाते जाते पार्षद बसंत चंद्रा ने साफ तौर पर कह दिया कि अगर विस्थापन नहीं दिया था तो हम अपनी मकान तोड़ने नहीं देंगे अपने हक के लिए लड़ाई लड़ेंगे।

ओवरब्रिज प्रभावितों के समर्थन में इमली छापर पार्षद बसंत चंद्रा के साथ कुसमुंडा क्षेत्र के सभी पार्षद, अमरजीत सिंह, अजय प्रसाद, कौशिल्या बिंझवार, शाहिद कुजूर ने समर्थन देने की बात कही है साथ ही उनकी हक की लड़ाई में साथ लड़ने की बात भी कही है

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