Safe motherhood सुरक्षित मातृत्व के लिए चलाया जा रहा है विशेष अभियान
Safe motherhood कबीरधाम। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत शिशुवती माताओं के लिए विशेष जतन किया जा रहा है। इस अभियान की सफलता के लिए जिले के 11 स्वास्थ्य केंद्रों को चिन्हित किया गया है, जहां पर निजी स्त्री रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों एवं शासकीय महिला चिकित्सकों को पीएमएसएमए के लिए हाई रिस्क गर्भवतियों के चिन्हांकन के लिए भेजा गया है।
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Safe motherhood सुरक्षित मातृत्व हेतु जांच करने के लिए चिन्हित स्वास्थ्य केंद्रों में हर माह की 9 तारीख को विशेष शिविर का आयोजन किया जाता है। इस माह 9 अगस्त को शासकीय अवकाश होने के कारण जिले में पीएमएसएमए का क्रियान्वयन 10 अगस्त को किया गया।
Safe motherhood इस दौरान पूरे दिन लगातार बारिश होने के बावजूद महिलाएं पूरे उत्साह के साथ पीएमएसएमए अभियान में प्रसव पूर्व जांच के लिए पहुंचीं। वहीं 914 एएनसी पंजीकृत किए गए तथा उनकी जांच की गई।
Safe motherhood इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुजॉय मुखर्जी ने बतायाः मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित मातृत्व अभियान बेहद कारगर है। इसके अंतर्गत चिन्हित कुल 914 में से 469 गर्भवती महिलाओं ने पहली बार अभियान का लाभ लिया।
Safe motherhood समस्त 914 गर्भवती महिलाओं को उनके नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में लैब जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई। इन 914 एएनसी में से 169 को हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के रूप में और 215 को सोनोग्रॉफी के लिए चिन्हित किया गया है। विभाग की ओर से रोस्टर बनाकर चिन्हित गर्भवतियों की जिला चिकित्सालय में निःशुल्क सोनोग्रॉफी कराई जाएगी। लाभार्थी महिलाओं को निःशुल्क सोनोग्रॉफी कार्ड भी प्रदान किया गया है।
Safe motherhood इसी तरह सभी सेंटर्स में काउंसलर अथवा नर्सिंग स्टॉफ के माध्यम से परिवार नियोजन परामर्श की भी सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिसमें से कुल 211 महिलाओं को नसबंदी, 296 को पीपीआईयूसीडी तथा 142 को अंतरा हेतु परामर्श के माध्यम से तैयार किया गया है।
विशेष व्यवस्थाओं पर एक नजर
अभियान के बेहतर क्रियान्वयन हेतु प्रत्येक 11 केंद्रों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ जिला कार्यालय से हर माह समन्वयक भेजे जाते हैं। समस्त समन्वयकों की सीएमएचओ व डीपीएम द्वारा बैठक लेकर दिशा-निर्देश दिया जाता है। इसके अलावा समस्त ब्लॉक स्तर पर बीएमओ व बीपीएम के माध्यम से इसी तरह का दिशा-निर्देश फील्ड स्तर के समस्त स्टाफ को भी दिया जाता है।
माह में एक बार गर्भवती महिला को विशेषज्ञ चिकित्सक से जांच, परामर्श आदि की सेवा मिल रही है तो इसका भरपूर लाभ दिलाने के लिए जमीनी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को सीएमएमओ द्वारा गर्भवतियों का पूर्ण पंजीयन व जांच कराने का लक्ष्य देकर स्वयं मॉनिटरिंग की जा रही है। गर्भवतियों का जल्द से जल्द पंजीयन कराने के लिए टीम गठित कर माह भर नियत दिन-तिथि में डोर-टू-डोर सर्वे कर माहवारी सर्विलेंस भी कराया जा रहा है।
इससे प्रथम तिमाही में पंजीयन बढ़ने के साथ-साथ संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिल रहा है तथा हाई रिस्क प्रेग्नेंसी का चिन्हांकन कर इनका सी सेक्शन जिला अस्पताल अथवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पंडरिया अथवा लोहारा में करवाया जा रहा है।