Rural industrial park महात्मा गांधी की जयंती पर रखी गई 14 ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की आधारशिला
Rural industrial park जगदलपुर ! ग्राम स्वराज और स्वावलंबन के पक्षधर महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर रविवार 2 अक्टूबर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महात्वाकांक्षी ग्रामीण औद्योगिक पार्कों का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने बस्तर जिले के तुरेनार में प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक पार्क की आधारशिला भी रखी।
Rural industrial park बस्तर के सभी सात विकासखण्डों में दो-दो औद्योगिक पार्कों का निर्माण किया जाएगा। इनमें जगदलपुर में तुरेनार और नानगुर, बकावंड में मंगनार और कोसमी, बस्तर में सोनारपाल और परचनपाल, तोकापाल में सिंगनपुर और कोंडालूर, दरभा में बड़े कड़मा और गुमड़ पाल, बास्तानार में बड़े किलेपाल और कोड़ेनार व लोहण्डीगुड़ा में गढ़िया और धुरागांव में ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की आधारशिला रखी गई। इन सभी औद्योगिक पार्कों की स्थापना के लिए शासन द्वारा दो-दो करोड़ रुपए का प्रावधान रखा गया है।
Rural industrial park इस अवसर पर तुरेनार में जिलास्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसे एनआईसी की वीडियो कांफ्रेंसिंग सुविधा के माध्यम से रायपुर से जोड़ा गया था। तुरेनार में आयोजित कार्यक्रम में संसदीय सचिव रेखचंद जैन ने कहा कि महात्मा गांधी ग्राम स्वराज और ग्राम स्वावलंबन के पक्षधर थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने महात्मा गांधी की इसी सोच को धरातल पर उतारने के लिए सुराजी गांव योजना प्रारंभ की। इसी कड़ी में ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की स्थापना की जा रही है।
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का मानना था, कि बड़े उद्योगों की स्थापना से लोगों को अपेक्षा के अनुसार रोजगार नहीं मिलता, जबकि छोटे उद्योगों से यह संभव है। उन्होंने कहा कि वनोपज संग्रहण करने वाले और फसल उगाने वाले किसान जब अपने उत्पाद सीधे व्यापारियों को बेचते हैं, तब उन्हें अच्छी आमदनी नहीं होती है। अच्छी आमदनी के लिए मुख्यमंत्री ने इसके प्रसंस्करण पर जोर देते हुए ग्रामीण औद्योगिक पार्कों की स्थापना की गई है।
Rural industrial park यहां शेड, बिजली, पानी, सड़क, मशीन सहित आवश्यक अधोसंरचनाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके साथ ही प्रशिक्षण और व्यवसाय के लिए ऋण भी उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि यहां काम करने के इच्छुक व्यक्ति को रोजगार मिलेगा, जिससे उसकी आय में वृद्धि होगी और परिवार का भरण पोषण आसानी से कर सकेगा। इससे गांव का विकास होगा।
कलेक्टर चंदन कुमार ने कहा कि यह ग्रामीण स्तर का औद्योगिक पार्क है। उन्होंने कहा कि बड़े उद्योगों की स्थापना में कई बाधाएं हैं। इसके साथ ही इससे रोजगार भी अधिक उत्पन्न नहीं होते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे दैनिक जीवन में उपयोग में आने वाली कई सामग्री के बनने की जगह हमने नहीं देखी है। ग्रामीण औद्योगिक पार्क की स्थापना से यह कार्य स्वयं ग्रामीण करेंगे।
Rural industrial park उन्होंने कहा कि इससे लोगों की आमदनी बढ़ने के साथ ही गांव की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। उन्होंने कहा कि युवाओं के पास यदि किसी व्यवसाय की योजना है तो वे जिला प्रशासन से साझा करें, जिससे उनकी सहायता की जा सके। इस अवसर पर महापौर श्रीमती सफीरा साहू, जनपद पंचायत सदस्य श्रीमती इंद्रा नायडू, जीशान कुरैशी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहित व्यास ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित थे।