Rural economy : रीपा ने खोले समृद्धि के द्वार, कपड़ा सिलाई से महिलाओं को मिला आजीविका का आधार

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Rural economy  जनकपुर रीपा में सिलाई यूनिट से महिलाओं ने कमाए 24,500

Rural economy  मनेंद्रगढ़ / ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए छत्तीसगढ़ शासन के मंशानुसार विकासखण्ड मुख्यालय के जनकपुर पंचायत के गोठान में महात्मा गांधी ग्रामीण अद्यौगिकी पार्क का निर्माण किया जा रहा है। रीपा के तहत गांव के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है।

स्व-सहायता समूह की महिलाएं आचार निर्माण, बेकरी उत्पाद निर्माण, पेवर ब्लॉक निर्माण कार्य, स्लीपर-चप्पल निर्माण इकाई, चना-मुर्रा निर्माण का कार्य बेहतर तरीके से कर रही हैं। इसके साथ ही वर्मी खाद का निर्माण कार्य भी किया जा रहा है।

कलेक्टर नरेंद्र कुमार दुग्गा के निर्देशन और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. आशुतोष चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में
समूह की महिलाएं विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियों से जुड़कर आत्मनिर्भर बन रही हैं।

रेडीमेड कपड़ा सिलाई यूनिट

प्रगति महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा रेडीमेड कपड़ा सिलाई यूनिट का संचालन किया जा रहा है। प्रगति महिला समूह की अध्यक्ष श्रीमती पिंकी जगवानी ने बताया कि समूह की महिलाएँ रेडीमेड कपड़ा सिलाई का कार्य कर रही हैं।

हमारे द्वारा पेटीकोट सिलाई का कार्य 4 अप्रैल 2023 से प्रारंभ किया गया है जिसमें अब तक लगभग 24 हज़ार 500 रुपये की आय हो चुकी है। उत्पादित कपड़ों का स्थानीय स्तर पर विक्रय किया जा रहा है। हमें महिलाओं के लिए ब्लाउज, मैक्सी, बच्चों के कपड़े, स्कूल ड्रेस आदि सिलाई के ऑर्डर मिल रहे हैं।

राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना रीपा के तहत् हमें आजीविका का साधन मिला है जिससे हम आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के जिला मिशन प्रबंधक श्री तरुण सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि जनकपुर रीपा गौठान में महिलायें विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियों से जुड़कर आय अर्जित कर रही हैं।

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