रमेश गुप्ता-
भिलाई। नगर निगम रिसाली में बुधवार को विशेष सामान्य सभा की बैठक हंगामेदार रही। सत्ता पक्ष एवं विपक्षी पार्षदों के हंगामे के बीच महज 45 मिनट में सभी प्रस्ताओं पर मुहर लग गई। महापौर एमआईसी मेंबरों ने सफाई के मुद्दे पर सभापति को घेरने का प्रयास किया। सफाई को टेंडर को लेकर सामान्य सभा में आरोप प्रत्यारोप चलता रहा। रिसाली निगम की सामान्य सभा की बैठक में बुधवार को सफाई के मुद्दे पर ही प्रस्ताव सामने आए। इसके अलावा प्लेसमेंट पर कार्य करने वालों के दर के संबंध में एक प्रस्ताव रखा गया। इस दौरान महापौर शशि सिन्हा ने कहा कि सफाई का टेंडर विचारादीन रखा गया था किसके दबाव में सदन में लाया गया है हमें इस टेंडर के संबंध में कोई जानकारी नहीं है। महापौर ने यह भी कहा कि उनके पास देरी से साफ सफाई का प्रस्ताव आया था। सभापति केशव ने कहा कि प्रकरण निराकरण करने के लिए समय सीमा 10 दिन का था। काउंसलिंक पर ध्यान नहीं दिया गया जिसके जवाब में आयुक्त द्वारा इसे सामान्य सभा की बैठक में लाया गया है। महापौर ने सभापति के माध्यम से स्टैंडर्ड प्रक्रिया को रोकने की मांग करते हुए एमआईसी में लाने की बात कही।
सफाई टेंडर रोके जाने की हो जांच
नेता प्रतिपक्ष शैलेंद्र साहू ने सभापति से मांग की महापौर द्वारा सफाई टेंडर को क्यों रोका गया इसकी जांच होनी चाहिए। 2 साल से निगम में सफाई का टेंडर नहीं हो रहा है जिसके वजह से हमारे वार्डों में परेशानी हो रही है। वहीं पार्षद विलास राव ने कहा कि हम लोग चुनकर आए हैं कमीशन के लिए काम नहीं कर रहे हैं। साफ-सफाई एक बड़ा मुद्दा है इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए। 2 साल से टेंडर नहीं होने की वजह से वार्डों में साफ सफाई की स्थिति खराब हो गई है।
महापौर व सभापति में ठनी
सामान्य सभा की बैठक के बाद पत्रकारों से चर्चा में सभापति केशव कहा कि बहुमत के आधार पर आज की विशेष सामान सभा में लाई गई सभी प्रस्ताव को पास कर दिया गया है। महापौर शशि सिन्हा ने कहा कि सभापति ने हमारी बातों को नहीं सुना एक तरफा प्रस्ताव को पारित कर दिया है इस मामलों को लेकर हम शिकायत करेंगे जरूरत पड़ी तो न्यायालय भी जाएंगे।
साफ सफाई के प्रस्ताव को नियम के तहत भेजा गया-आयुक्त
बैठक के संबंध में आयुक्त मोनिका वर्मा ने कहा है समय सीमा पर एमआईसी में साफ सफाई के प्रस्ताव को नियम के तहत भेजा गया था। महापौर ने 10 दिन तक इस संबंध में कोई जानकारी नहीं दी तब उनके द्वारा इस प्रस्ताव को सामान्य सभा में भेजा गया जो नियम के तहत किया गया है।
जाने दर स्वीकृति को
1. नगर पालिक निगम रिसाली ग्रुप 01 के वार्ड क्र. 1, 2, 3, 4, 5, 22, 23 एवं 24 में सफाई व्यवस्था कार्य के लिए दर 3 करोड़ 15 लाख।
2. नगर पालिक निगम रिसाली ग्रुप 02 के वार्ड क्र. 13, 14, 25, 26, 27 28, 29, 30 एवं 31 में सफाई व्यवस्था के लिए दर 3 करोड़ 17 लाख।
3. नगर पालिक निगम रिसाली ग्रुप 03 के वार्ड क्र. 15, 16, 17, 18, 19, 20 एवं 21 में सफाई व्यवस्था कार्य के लिए दर 2 करोड़ 80 लाख।
4. नगर पालिक निगम रिसाली ग्रुप 04 में वार्ड क्र. 32, 33, 34, 35, 36, 37, 38, 39 एवं 40 में सफाई व्यवस्था कार्य के लिए दर 3 करोड़ 17 लाख।
5. प्लेसमेंट श्रमिक प्रदाय कार्य के लिए स्वीकृत दर 4 करोड़ 33 लाख 34 हजार 7 सौ आठ।
बुधवार को सुबह 11 बजे शुरू हुए विशेष सभा में सभापति ने चर्चा उपरांत एजेण्डा को पास करने अभिमत मांगा। हालांकि महापौर परिषद के सद्स्य इसका विरोध करते रहे। बाद में सभापति ने बहुमत के आधार पर एजेंडा को पारित होने की घोषणा की।
सभा 11 बजकर 10 मिनट में शुरू हुई और 11ः40 को राष्ट्रगान के साथ समापन की घोषणा हुई। विशेष सम्मेलन में महापौर शशि सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष शैलेन्द्र साहू, एमआईसी संजू नेताम, जहीर अब्बास, सनीर साहू, अनिल देशमुख, चंद्रप्रकाश सिंह, परमेश्वर कुमार, डाॅ. सीमा साहू, ममता यादव समेत सभी पार्षद मौजूद थे।
पहले 10 मिनट का स्थगन
सभापति निर्धारित समय 11 बजे सदन पहुंच गए थे। उन्होंने राजकीय गीत से सदन की शुरूआत की। कोरम पूरा नहीं होने के अभाव में सदन को 10 मिनट स्थगन की घोषणा की। इसी बीच महापौर शशि सिन्हा एमआईसी और सहयोगी पार्षदों के साथ सभागान पहुंची। स्थगन समय समाप्ती के बाद निगम सचिव ने एजेण्डा को पटल में रखा।