Rani Laxmibai : पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर उन्हें शत शत नमन किया !
भुवनेश्वर प्रसाद साहू
कसडोल समाचार
Rani Laxmibai : भारतीय वसुंधरा को गौरवान्वित करने वाली झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर 1835 ( आज ही के दिन ) को वाराणसी में हुआ था !
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Rani Laxmibai : उनके पति का नाम राजा गंगाधर राव नेवलकर , बच्चे का नाम दामोदर राव था !
रानी लक्ष्मीबाई का पूरा नाम मणिकर्णिका था पर लोग उनको मनु के नाम से पुकारते थे !
भारतीय वसुंधरा को गौरवान्वित करने वाली झांसी की रानी वीरांगना लक्ष्मीबाई वास्तविक अर्थ में आदर्श वीरांगना थी ! सच्चा वीर कभी आपत्तियों से नहीं घबराता है !
प्रलोभन उसे कर्तव्य पालन से विमुख नहीं कर सकते ! उसका लक्ष्य उदार और उच्च होता है ! उसका चरित्र अनुकरणीय होता है ! अपने पवित्र उद्देश्य की प्राप्ति के लिए वह सदैव आत्म विश्वासी कर्तव्य परायण , स्वाभिमानी और धर्मनिष्ठ होता है ! ऐसी ही थी वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई!
खूब लड़ी मर्दानी वह तो
झांसीवाली रानी थी ,
हुई वीरता की वैभव के साथ,
सगाई झांसी में ,
ब्याह हुआ रानी बन आई ,
लक्ष्मीबाई झांसी में ,
राजमहल में बजी बधाई ,
खुशियां छाई झांसी में ,
सुभट बुंदेलों की विरदावली- सी ,
वह आई झांसी में ,
झांसी की रानी चित्रा ने ,
अर्जुन को पाया ,
शिव से मिली भवानी थी !
चमक उठी सन सनत्तावन में ,
यह तलवार पुरानी थी ,
बुंदेले हरबोलों के मुंह ,
हमने सुनी कहानी थी ,
खूब लड़ी मर्दानी वह तो,
झांसी वाली रानी थी !
पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने विदेशियों के द्वारा थोपी गई पराधीनता के विरुद्ध क्रांति की ज्वाला प्रज्वलित करने वाली शहीद वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर उन्हें सादर नमन किया !