पण्डित मनोज शुक्ला महामाया मन्दिर रायपुर
Raksha Bandhan : इस बार रक्षाबंधन को लेकर कई प्रकार के सन्देश वायरल हो रहा है
Raksha Bandhan : इसका कारण यह है कि 11 अगस्त गुरुवार को पूर्णिमा और भद्रा दोनों ही एक साथ सुबह 10.38 बजे से आरम्भ हो रहा है। भद्रा रात्रि 8.52 तक है। और पूर्णिमा 12 अगस्त शुक्रवार को सुबह 7.5 तक है। शास्त्रों में नियम है कि भद्राकाल में रक्षाबंधन नही करना चाहिये।
Raksha Bandhan : सोशल मीडिया में कुछ कुछ msg वायरल हो रहा है जिसमे सुबह 10.38 के पूर्व या भद्रा पाताल लोक में होने के कारण या भद्रा पुच्छ में रक्षाबंधन करने का सलाह दिया जा रहा है जो कि उचित व शास्त्र सम्मत नही है।
उपरोक्त शंका का समाधान यही है कि 11 तारीख की रात को 8.52 बजे से रक्षाबंधन कर सकते है।
Raksha Bandhan : चूंकि बरसात का दिन , रात्रि काल में रक्षाबंधन कर पाना हर किसी के लिये सम्भव तथा व्यवहारिक भी न हो। इसलिये सभी राखियां रात के समय उपरोक्त मुहूर्त काल मे भगवान को अर्पण कर देवें।
दूसरे दिन अर्थात 12 तारीख शुक्रवार को उदया तिथि पूर्णिमा में ही है ।
इसलिये भगवान में चढ़ाएं गये राखियों से पूरा दिन भर यह पर्व मनाया जा सकता है।
Raksha Bandhan : किसी भी तरह की शंका न रखें।
तथा किसी ज्योतिषी या पण्डित पुजारियों के बिना नाम लिखे अनाम / बेनाम प्राप्त होने वाले सन्देश को आगे फॉरवर्ड न् करे। इससे केवल भ्रांति व शंका ही फैलती है।
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