Rajnandgaon Latest News : एक सब इंजीनियर के भरोसे चल रहा है पंचायतों का कामकाज – अशोक देवांगन
कहां जिले में एक एसडीओ और तीन ब्लाक के अंतर्गत एक सब इंजीनियर इलेक्ट्रिशियन की करे नियुक्ति
राजनांदगांव । जिले के ग्राम पंचायतों में भवन निर्माण में इलेक्ट्रिशियन काम को लेकर सिर्फ जिले में एक इंजीनियर के चलते ग्राम पंचायतों में कामकाज ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 8 के जिला पंचायत सदस्य व

संचार सकर्म विभाग के सभापति अशोक देवांगन ने कहा कि जिले में केवल एक ही सब इंजीनियर होने के कारण पूरे पंचायतों में विकास कार्य रुक जाता है क्योंकि ग्राम पंचायत के द्वारा समस्त निर्माण कार्यों में लगभग चार लाख का भवन
निर्माण व अन्य निर्माणों में इलेक्ट्रिक स्टीमेट में शामिल रहता है जिसमें मीटर, बल्ब व पंखा लगाना अन्य सामान शामिल रहता है किंतु जिले में एक सब इंजीनियर होने के कारण सरपंचों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है क्योंकि

सब इंजीनियर का मूल्यांकन होने के बाद सत्यापन के लिए दुर्ग जाना पड़ता है क्योंकि एसडीओ दुर्ग में रहता है इतने बड़े जिले में इलेक्ट्रिशियन का एक भी एसडीओ नहीं है जबकि जिला पंचायत में लगभग 813 पंचायत है 813 पंचायतों के
निर्माण कार्यों को एक सब इंजीनियर कैसे देखेगा क्योंकि आज के समय में टोटल सभी बिल्डिंगों में इलेक्ट्रिक का काम रहता है अब इंजीनियर से मूल्यांकन कराने के बाद सत्यापन करवाना अनिवार्य है इसलिए सरपंचों को सत्यापन के लिए दुर्ग
जाना पड़ता है। क्योंकि 813 पंचायतों में और और ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा करो काम किया जाता है जिसमें एक भी एसडीओ का नियुक्ति नहीं लिया गया है पंचायती राज में गांव का विकास पंचायत व अन्य शासकीय विभाग के द्वारा

निर्माण किया जाना है सभी विभाग के निर्माण कार्य में इलेक्ट्रिशियन का काम अनिवार्य हो गया है पहले पंचायतों में इलेक्ट्रिक का काम नहीं रहता था। लेकिन अब हर पंचायतों में चार लाख के बिल्डिंग में इलेक्ट्रिक का काम अनिवार्य है और
इसी सब इंजीनियर के भरोसे आर ई एस विभाग का काम भी किया जाता है। जबकि 20 लाख तक के भवन निर्माण का काम पंचायत द्वारा किया जाता है तथा 20 लाख से अधिक का काम आर ई एस के माध्यम से किया जाता है किंतु ग्राम
पंचायतऔर ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग का काम एक ही इलेक्ट्रिशियन सब इंजीनियर द्वारा किया जाता है पूरे जिला में एक इलेक्ट्रिशियन सब इंजीनियर के द्वारा मूल्यांकन किया जाता है जिससे ग्राम पंचायत के सरपंच व ग्रामीण यांत्रिकी सेवा
के ठेकेदारों को बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है अब ग्राम पंचायतों में कोई भी काम हो उसके लिए सब इंजीनियर का होना अनिवार्य है
श्री देवांगन ने आगे कहा कि एक सब इंजीनियर के भरोसे पंचायतों का काम हो रहा है जिसके वजह से सरपंचों को लेटलतीफी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि एक सब इंजीनियर होने के कारण उन्हें पहले सरपंच फोन करके समय

लेता है समय मिलने के बाद उनके पहुंचने में बहुत समय निकल जाता है जबकि 813 पंचायतों का भार सिर्फ एक सब इंजीनियर के भरोसे होने के कारण पंचायतों का कामकाज ढप पड़ा है। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत मंत्री
रविंद्र चौबे से मांग करते हुए कहा कि राजनांदगांव जिले बड़ा होने के वजह से जिले में एक एसडीओ और 813 पंचायतों
के अंतर्गत 9 ब्लॉकों में कम से कम तीन ब्लॉक के अंतर्गत एक सब इंजीनियर सहित तीन सब इंजीनियरों की नियुक्ति करें। तभी सभी ग्राम पंचायतों का काम समय पर हो पाएगा।