Public rights march आठवें दिन मांदर की थाप से धर्मेंद्र सिंह की पदयात्रा का शुरुआत

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Public rights march धर्मेंद्र सिंह की पदयात्रा का शुरुआत


Public rights march सक्ती ! जनाधिकार पदयात्रा निकाल कर गांव गांव जाने वाले सक्ती राजा धर्मेंद्र सिंह आज भूरसीडीह पहुंचे जहां जनता ने कहा कि पहले राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह जब भी हमारे गांव आते थे तब मांदर बजाया करते थे और हम सब बड़े उत्साहित हो कर सुनते और नृत्य करते थे ग्रामवासियों के निवेदन पर राजा धर्मेंद्र सिंह ने मांदर बजाया और पुरे ग्रामवासी प्रसन्न हो कर पदयात्रा में शामिल होते हुए आगे ग्राम भूरसीडीह से गस्तीडीह गुरेड़ाडीह आमादहरा किरारी रेड़ा परसापाली चौराबरपाली सेंदरी पहुंचेगी जहां पंडित देवेन्द्रनाथ अग्निहोत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे सक्ती के नए राजा सैकड़ों किलोमीटर से पैदल चलते आपके गांव पहुंचे हैं और यह शुरुआत है !

Public rights march एक क्रांति की जो आगे जनता के लिए एक मजबूत हाथ का काम करेगी हमारे राजा साहब सुरेन्द्र बहादुर सिंह का जो दबाव कर्मचारियों पर था जो स्नेह जनता से था उसे वापस लाना है आज आपके नए राजा अपने क्षेत्र की जनता के बीच सारी दुरियां मिटाने के लिए आपके साथ मांदर बजा रहे हैं ! आपके गांव में ही सो रहे हैं ताकि आप दोनों के बीच किसी तरह का संकोच ना रहे कोई दूरी ना रहे राजा धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि मै गांव में पैदा हुआ मेरे पिता जी राजा सुरेन्द्र बहादुर सिंह ने मुझे पुरे रितिरिवाज के साथ गोद लिया और एक राजकुमार की तरह परवरिश की और पिछले वर्ष राज्याभिषेक करके क्षेत्र की जिम्मेदारी मुझे सौपी राजा महाराजा भले सन उन्नीस सौ सैत्तालीस में चले गये पर सक्ती क्षेत्र की जनता जिसे स्नेह दे जिसे आशिर्वाद दे और जिसे अपना राजा मान लें सच में वही राजा है !

 

Public rights march जनता राजा को रंक और रंक को राजा बना सकती है ये सब आपके आशीर्वाद का प्रतिफल है मैं हमारे पुराने सम्बन्ध आगे बढ़ाने आया हूं आपके अधिकारो के लिए आपके छोटे बड़े समस्याओं के निराकरण करने क्षेत्र में पैदल चल रहा हूं !

Public rights march अभूतपूर्व स्वागत के लिए आभार व्यक्त किया गांव गांव में महिलाएं उत्सुकता के साथ माला बनाकर श्रीफल आरती की थाली लेकर अपने राजा का स्वागत कर रहे हैं इतना जोरदार स्वागत यह प्रदिर्शत करता है कि क्षेत्रवासी अपने राजा को अपने साथी के रूप में पाकर प्रसन्न हैं पदयात्रा में सैकड़ों की संख्या में सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष शामिल हो रहे हैं !

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