(2022) Ponds : तालाबों को सवारने की योजना ठप, सैकड़ों तालाबों की दशा बदहाल

Ponds :

विशेष संवाद्दाता

Ponds : रायपुर में वर्तमान में छोटे-बड़े कुल मिलाकर 120 तालाब मौजूद

नगर निगम को सिर्फ तीन तालाबों को विकसीत करने में दिलचस्पी

Ponds : रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में तालाबों को सवारने की योजना का अंजाम भी बाकी योजनाओं की तरह ही हो गया। नगर निगम की अनदेखी से सैकड़ों तालाबों की दशा बदहाल हो गई है। कई तालाब सुख गए या फिर उनका अस्तित्व ही समाप्त हो गया। जो तालाब बचे हैं, उनको सवारने में जि मेदार विभाग को दिलचस्पी नहीं है, जिससे अब उनके भी अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। वहीं, जिन तालाबों को पर्यटन स्थल विकसीत करने की कोशिश की गई, वहां भी कुछ ख़ास बदलाव नहीं आया। हैरत की बात है, सरकार से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक तालाबों के अस्तित्व को बचाने के स त है, जिसके बाद भी रायपुर में तालाबों को सवांरने में नगर निगम गंभीर नहीं है।

Ponds : 53 तालाबों का अस्तित्व समाप्त

जानकारी के मुताबिक हर साल रायपुर में तालाबों के संरक्षण और सौंदर्यीकण के नाम पर करोड़ों खर्च करने के बावजूद शहर से 53 तालाबों का अस्तित्व खत्म हो चुका है। बाकी बचे तालाब भी अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहे हैं। इतिहासकार डॉ रमेन्द्र मिश्र बताते हैं कि कभी यहां 227 तालाब थे, लेकिन प्रशासन ने इन्हें सहेजने में दिलचस्पी नहीं दिखाई। इसका नतीजा ये हुआ कि रायपुर के 53 तालाब सूख गए या भूमाफियाओं की भेंट चढ़ गए। अब केवल 120 तालाब ही बचे हैं, जिनका अस्तित्व खतरे में है।

Ponds : सिर्फ तीन तालाबों पर फोकश

शहर में इतने तालाब होने के बावजूद सिर्फ बूढ़ातालाब, तेलीबांधा और कटोरा तालाब को संवारने तक ही सीमित रह गया है। बाकी तालाबों को बदहाल स्थिति में छोड़ दिया गया। बूढ़ातालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने करोड़ों रुपए खर्च किए लेकिन हालात में बहुत ज्यादा सुधान नहीं हो पाया।

Ponds : सुप्रीम कोर्ट का आदेश

सुप्रीम कोर्ट भी तालाबों को उनके समृद्ध अतीत लौटाया जाने को लेकर अपना फैसला दे चुका है। इसके बाद भी रायपुर में तालाबों की दशा में सुधार नहीं हो सका।

अस्तित्व में ही नहीं तालाब

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रजबंधा मैदान में बड़ा तालाब हुआ करता था, इसे पाटकर ऊंची-ऊंची इमारतें खड़ी कर दी गईं। शासकीय नर्सिंग कॉलेज तालाब की जमीन पर बसा हुआ है। खो-खो तालाब, महाराजबंद तालाब से लेकर डंगनिया तालाब समेत लगभग सभी तालाब के किनारे और तालाब दोनों कब्जों किया गया है।

तालाब- राजस्व रिकॉर्ड के मुताबिक- वर्तमान क्षेत्र-
नरैया तालाब 3.4- 0.39
नरैया तालाब 10.24- 0.84
नरैया तालाब 4.88- 0.59
कारी तालाब- 7.76- 0.39
धोबी तालाब- 1.882- 0.5
आमा तालाब- 1.246- 0.68
रामकुंड तालाब- अप्राप्त- 0.79
कंकाली तालाब- 2.27- 0.37
कटोरा तालाब- 1.85- 0.46
राजा तालाब- 5.97- 1.02
खोखो तालाब- 3.74- 0.83
बंधवा तालाब- 6.16- 0.81
डूमरतराई बस्ती तालाब- 3.472- 0.29
(नोट- आंकड़े हेक्टेयर में)

वर्जन
तालाबों के सौंद्रीयकरण करने काम किया जा रहा है। तालाबों की स्थिति में सुधार करने प्लान भी बनाया गया है।
सुनील चंद्रवंशी, अपर आयुक्त, नगर निगम

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