Police captain नाबालिक बच्चों के अधिकार के प्रति सावधानियों को लेकर पुलिस कप्तान सजग

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Police captain जूविनाइल जस्टिस केयर एंड प्रोटेक्टशन ऑफ चिल्ड्रन एक्ट का किया उल्लंघन

Police captain सुरजपुर/ प्रेमनगर।  जिले के पुलिस कप्तान बेहतर पुलिस अपराध मुक्त समाज बनाने पुलिस कर्मियों को नाबालिक बच्चों के अधिकार के प्रति सावधानियों को लेकर भी आदेश निर्देश देते रहते है। इसके बाद भी कुछ पुलिस कर्मी आदेशों का अव्हेलना विधि द्वारा बनाये गए कानून को दरकिनार करने में कोई परहेज नही कर रहे है।

Police captain प्रेमनगर विकाश खण्ड के ग्राम सलका के पूर्व माध्यमिक शाला परसा पारा स्कूल में मध्यान्ह भोजन के लिए रखे गए चावल की बोरी की 4 बोरी को 22 अकटुबर 2022 को अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर लिया गया था। इस मामले में स्कूल ये शिक्षकों ने उमेश्वरपुर चौकी में लिखित शिकायत देकर कार्यवाही कि मांग की गई।

Police captain जिस पर उमेश्वरपुर पुलिस ने शिक्षकों को पावती तक देना उचीत नही समझा था। घटना के 15 दिन से अधिक होने बाद पुलिस ने 15 नवम्बर के शुबह 10 बजे ही एक नाबालिक किशोर व 3 अन्य युवक को थानां ले जाया गया है।

Police captain साथ ही चावल के खरीदने वाले 3 अन्य ग्रामीणों को उमेश्वरपुर पुलिस चौकी ले जाया गया था। जिसमें से एक शिक्षक है और दो व्यापारी है। खरीददार को लेंन देंन करके देर रात्रि छोड़ दिया गया और नाबालिक सहित अन्य युवकों को थानां में रात्रि गुजारी है। 24 घन्टे से भी अधिक के समय तक नाबालिक को थानां में रखा गया था।

 क्या कहता है नाबालिक के लिए बने कानून

 

जूविनाइल जस्टिस केयर एंड प्रोटेक्टशन ऑफ चिल्ड्रन एक्ट 2015 के तहत किसी भी नाबालिग बच्चे को गिरफ्तार करने से लेकर पूछताछ करने वाला पुलिस वर्दी डाल कर न खुद बच्चे के सामने जाएगा और न ही अपने किसी सहायक कर्मचारियों को लेकर जाएगा। हो सके तो बच्चे से उसके घर में ही पूछताछ की जानी चाहिए और इसके लिए आईओ का व्यवहार पूरी तरह से फ्रेंडली होना चाहिए।

नाबालिग बच्चाें को 24 घंटे के अंदर जूविनाइल जस्टिस बोर्ड के समक्ष पेश करना जरूरी है। नाबालिग बच्चों के केसेज की जांच कानून के अनुसार निर्धारित समय के दौरान ही पूरी होनी चाहिए।

इस मामले में सुप्रीम कोर्ट भी सख्त देते ही रहता है। इसके बाद भी पुलिस बच्चों के अधिकार के प्रति ध्यान नही दिया है बल्कि 28 घन्टे तक थानां मे रख कर किसी वयस्क की तरह बर्ताव किया गया है।

इस मामले पर उमेश्वरपुर पुलिस चौकी प्रभारी एएसआई देव नाथ चौधरी से बीते रात्रि में सम्पर्क कर मामले को जानना चाहा जिस पर उन्होंने जांच का हवाला देकर कार्यवाही करने की बात कही गई और बच्चों के अधिकार के प्रति पत्रकार को ही प्रोटेक्टशन ऑफ चिल्ड्रन एक्ट की पाठ पढ़ाने लगे।

इस मामले में राष्ट्रीय जनसभा पार्टी के नेताओ ने भी बाल आयोग में शिकायत कर बच्चों के अधिकारो के हन्न व रात्रि में थानां में रख कर हरेसमेंट करने की बात कही है। और बाल आयोग से शिकायत करने की बात कही जा रही है।

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