PM Road Scheme : पीएम सड़क योजना बना भ्रष्टाचार व कमीशन का जरिया
गांव,गरीबो नही बल्कि अधिकारी हो रहे लाल
PM Road Scheme :भानुप्रतापपुर। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क विभाग केवल
भ्रष्टाचार एवं मोटी कमीशन का एक माध्यम बनके रहा गया है, इनके सड़क बनाने का काम केवल ग्रामीण क्षेत्रों में रहता है
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। क्षेत्र अंदरूनी व संवेदनशील होने के कारण विभाग के बड़े अधिकारी सड़क व पुलिया का निरीक्षण करना भी उचित नही समझते वही निचले स्तर के अधिकारी कागजो में पूरी फाइल तैयार कर लेते है, बड़े साहब बिना जांच व निरीक्षण के ही
फाईल में ही कार्य का अंतिम फाईनल सत्यापित कर दिया जाता है। जिसका सबसे बड़ा उदाहरण धनेली कठौली पुलिया सहित कांकेर जिला क्षेत्रों में देखा जा सकता है।
विदित हो कि केंद्र सरकार कि महत्वपूर्ण योजनाओ में से एक है प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना। जिसका प्रमुख उद्देश्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में पक्की सड़क व पुलिया बनाकर ग्रामीणों व गांव का विकास करना है
, लेकिन विभाग के अधिकारी गांव व ग्रामीणों का विकास न करते हुए ठेकेदार व अधिकारियों तक सीमित विकास का जरिया बना लिया है।
बता दे कि जिस अनुपात में काम होना चाहिए वो केवल कागजो में किया जाता है, धरातल में नाम मात्र का ही काम होता है। कांकेर के बड़े साहब भानुप्रतापपुर क्षेत्र के अधिकारी एवं ठेकेदार के ऊपर इतने मेहरबान है कि उस सड़क पुलिया को
कैसे बनाया है यह भी देखना उचित नही समझते है। छोटे कर्मचारी भी बड़े साहब के अनुसार चलते है। यदि समय पर गंभीरता दिखाते हुए सही निरीक्षण करते तो स्थिति कुछ और ही होती लेकिन इस पर कोई रूचि दिखाना नही चाहते अधिकारी।
गौरतलब हो कि शासन के द्वारा संचालित हरेक योजना जन कल्याणकारी के उद्देश्य से बनाये जाते है, यदि अधिकारी योजना का सही क्रियान्वयन करे तो योजना सफल हो जाती है नही तो सफल होने के पूर्व योजना फैल हो जाती है।
कार्य मे पारदर्शीता लाने व भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से ही शासन की नियम प्रणाली है कि अधिकतम दो से तीन वर्षों में अधिकारियों का एक से दूसरे स्थान पर स्थानांतरण होना चाहिए, लेकिन जनप्रतिनिधी व बड़े अधिकारी शासन के
नियमों का भी खुलेआम उल्हघन किया जाता रहा है जिसका सबसे बड़ा उदाहरण प्रधानमंत्री सड़क के अधीक्षण अभियंता कांकेर है जो आठ वर्षों से एक ही स्थान पर जमे हुए है बड़े साहब के कार्यकाल के दौरान भानुप्रतापपुर, दुर्गुकोंदल एवं
पखांजूर विकासखंड के अंतर्गत कई ग्रामो में इसी तरह गुणवत्ता हीन किया गया है, इसके बावजूद भी सम्बंधित ठेकेदार को भुगतान आसानी से हो जाता है।