Pad Yatra 2022 : शराब छोडबो….गांव बचाबो अभियान के तहत निकाला गया जनजागरण पदयात्रा

Pad Yatra 2022 :

Pad Yatra 2022 : शराब छोडबो….गांव बचाबो अभियान के तहत निकाला गया जनजागरण पदयात्रा

Pad Yatra 2022 बेमेतरा !  11 तारीख दिन रविवार को मुरारी मिश्रा शराब छोडबो….गांव बचाबो अभियान तहत ग्राम सेमरिया घाट में शाम को ग्रामवासियों की उपस्थिति में चौक-चौराहो, गली भ्रमण कर जनजागरण शिविर निकाला गया तत्पश्चात ग्रामीणों ने भोजन कराकर रात्रि आराम की व्यवस्था की गयी।

Pad Yatra 2022 12 तारीख की सुबह इस्नान पश्चात माँ महामाया देवी की पूजा अर्चना कर ग्रामीणों जिन्होंने ने अपने जीवन में शराब मुक्त हुए है उनका सम्मान मुरारी मिश्रा जी के द्वारा किया गया जिसमें सेमरिया घाट से जितेंद्र वर्मा जी, झग्गर निषाद, रघुनाथ निसाद, शत्रुहन वर्मा, सालिकराम निसाद, प्रेमलाल निसाद, सरस्वती मानिकपुरी, सोसायटी अध्यक्ष निसाद, समेलाल वर्मा, दददू डहरिया, मनीराम निसाद, और अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे साथ ही विष्णु साहू, गोपाल निसाद, पुष्पेन्द्र वर्मा, हिरासिंग मरकाम, अन्य गांवो से पदयात्रा में जुड़े है।

Pad Yatra 2022 कार्यक्रम में आगे सम्बोधन में जितेंद वर्मा जी ने बताया कि वे खुद ही पिछले काई सालो से शराब से दूर है और अपने स्तर में शराब छोड़ने की जागरूक कर रहे है युवाओ को नशा मुक्ति के संदेश पहुचाते है।

Pad Yatra 2022 निषाद  समाज के प्रमुख तरेगा राज के अध्यक्ष हैं जिन्होंने बताया कि नशा से अपनेको लोगो को बर्बाद होते है, घरों को टूटते देखा है शराब समाज के लिए कलंक है इसे हमे हमेशा दूर रहना चाहिए आगे बताया कि मिश्रा जी के इस अभियान से प्रेरित होकर शराबमुक्त हो चुके है। अंत मे मिश्रा जी ग्रामीणों से आग्रह किया कि शराब से सबसे ज्यादा बर्बादी हमारे छत्तीसगढ़ में हुई है क्योकि यंहा की सरकार खुद ही शराब विक्रय करा रही है ।

Pad Yatra 2022 घरों में क्लेश का कारण शराब को बताते हुए आगे बताया कि आपके पास हर चीज है लेकिन यदि वह शराबी है तो किसी काम का नहीं, नशा-नाश की जड़ है इसे त्यागने की जरूरत है ये समाज के लिए अपवाद है मैं ये आंदोलन पिछले 12 सालों से छत्तीसगढ़ में निरंतर पदयात्रा कर 401 गांव में लगभग 1300 किमी. अलग-अलग तहसीलों एवं जिले में कर चुके है….।

Pad Yatra 2022 तहत ग्राम सेमरिया घाट में शाम को ग्रामवासियों की उपस्थिति में चौक-चौराहो, गली भ्रमण कर जनजागरण शिविर निकाला गया तत्पश्चात ग्रामीणों ने भोजन कराकर रात्रि आराम की व्यवस्था की गयी।

12 तारीख की सुबह इस्नान पश्चात माँ महामाया देवी की पूजा अर्चना कर ग्रामीणों जिन्होंने ने अपने जीवन में शराब मुक्त हुए है उनका सम्मान मुरारी मिश्रा जी के द्वारा किया गया जिसमें सेमरिया घाट से जितेंद्र वर्मा जी, झग्गर निषाद, रघुनाथ निसाद, शत्रुहन वर्मा, सालिकराम निसाद, प्रेमलाल निसाद, सरस्वती मानिकपुरी, सोसायटी अध्यक्ष निसाद, समेलाल वर्मा, दददू डहरिया, मनीराम निसाद, और अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे साथ ही विष्णु साहू, गोपाल निसाद, पुष्पेन्द्र वर्मा, हिरासिंग मरकाम, अन्य गांवो से पदयात्रा में जुड़े है।

कार्यक्रम में आगे सम्बोधन में जितेंद वर्मा जी ने बताया कि वे खुद ही पिछले काई सालो से शराब से दूर है और अपने स्तर में शराब छोड़ने की जागरूक कर रहे है युवाओ को नशा मुक्ति के संदेश पहुचाते है। निसाद समाज के प्रमुख तरेगा राज के अध्यक्ष हैं जिन्होंने बताया कि नशा से अपनेको लोगो को बर्बाद होते है, घरों को टूटते देखा है शराब समाज के लिए कलंक है इसे हमे हमेशा दूर रहना चाहिए आगे बताया कि मिश्रा जी के इस अभियान से प्रेरित होकर शराबमुक्त हो चुके है।

अंत मे मिश्रा ग्रामीणों से आग्रह किया कि शराब से सबसे ज्यादा बर्बादी हमारे छत्तीसगढ़ में हुई है क्योकि यंहा की सरकार खुद ही शराब विक्रय करा रही है ।घरों में क्लेश का कारण शराब को बताते हुए आगे बताया कि आपके पास हर चीज है लेकिन यदि वह शराबी है तो किसी काम का नहीं, नशा-नाश की जड़ है इसे त्यागने की जरूरत है ये समाज के लिए अपवाद है मैं ये आंदोलन पिछले 12 सालों से छत्तीसगढ़ में निरंतर पदयात्रा कर 401 गांव में लगभग 1300 किमी. अलग-अलग तहसीलों एवं जिले में कर चुके है….।

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