(Outbreak of cold wave in India) दिल्ली सहित उत्तर भारत में शीतलहर का प्रकोप जारी

(Outbreak of cold wave in India)

(Outbreak of cold wave in India) कोहरे के कारण 26 ट्रेनें एक घंटे की देरी से

(Outbreak of cold wave in India) नयी दिल्ली !  राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एनसीआर और समूचे उत्तर भारत में बुधवार को भी कड़ाके की ठंड के साथ शीतलहर का प्रकोप जारी रहा है।

(Outbreak of cold wave in India) मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में दिन में धूप निकलने से लोगों ठंड से राहत मिली, लेकिन शाम होते ही शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया। दिल्ली में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री कम 5.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया तथा अधिकतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।

विभाग ने बुधवार को शहर के सभी क्षेत्रों में घने कोहरे के साथ-साथ आंशिक रूप से बादल छाए रहने की भी भविष्यवाणी की। कोहरे के कारण दिल्ली में दृश्यता घटकर महज 50 मीटर रही। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास स्थित पालम वेधशाला में दृश्यता स्तर 50 मीटर दर्ज किया गया।

रेलवे के प्रवक्ता के अनुसार कोहरे के कारण 26 ट्रेनें एक घंटे की देरी से चल रही हैं।

(Outbreak of cold wave in India) पश्चिमोत्तर में पिछले एक सप्ताह से सूरज के दर्शन न होने, शीतलहर का प्रकोप जारी रहने तथा घने कोहरे के कारण लोग हाड़ कंपाने वाली ठंड से परेशान रहें। मौसम केन्द्र के अनुसार क्षेत्र में अगले 24 घंटों में बारिश या बूंदाबांदी के आसार हैं, जिससे पहाड़ों से लेकर मैदानी इलाकों में सूखे से कुछ राहत मिल सकती है। इस बार पहाड़ों पर बारिश या बर्फ न पड़ने से गर्मी में जलस्तर घट सकता है। क्षेत्र में आज बादल छाये रहें। बारिश के बाद भीषण ठंड के प्रकोप से राहत मिल सकती है।

पिछले 24 घंटों में न्यूनतम तापमान में कुछ वृद्धि हुई तथा चंडीगढ़ में भीषण ठंड के बीच पारा नौ डिग्री रहा। पंजाब में आदमपुर में पांच डिग्री ,लुधियाना तथा पटियाला नौ डिग्री ,पठानकोट आठ डिग्री ,बठिंडा चार डिग्री ,फरीदकोट सात डिग्री ,मोगा चार डिग्री , गुरदासपुर का पारा छह डिग्री सहित राज्य में पारा छह से नौ डिग्री के बीच रहा। राज्य में घने कोहरे और सर्द हवाओं के कारण प्रचंड ठंड जारी रही । ज्यादातर इलाकों में पिछले एक सप्ताह से धूप न निकलने से ठंंड का असर और बढ़ गया ।

हरियाणा में भी बादल छाये रहे और बारिश के आसार हैं। कहीं कहीं कोहरे के साथ शीतलहर के प्रकोप से पारा छह से नौ डिग्री के बीच रहा। अंबाला का पारा आठ डिग्री ,हिसार सात डिग्री,करनाल नौ डिग्री ,रोहतक सात डिग्री ,गुडगांव छह डिग्री ,नारनौल चार डिग्री रहा।

हिमाचल के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू हो गई है। लाहौल स्पीति जिले के लोसर में 2 इंच, रोहतांग टनल, कुंजुमपास, बारालाचा में 3 इंच ताजा हिमपात हो चुका है। लाहौल स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा के पांगी, भरमौर के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फबारी हो रही है। शिमला में भी मौसम ने करवट बदली है। सुबह से आसमान में घने बादल छाए हुए हैं।

(Outbreak of cold wave in India) पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के बाद अगले पांच दिन मौसम खराब रहेगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि किन्नौर, लाहौल स्पीति और कुल्लू जिले में अधिक ऊंचाई वाले कुछेक क्षेत्रों में भारी हिमपात का रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि शिमला, चंबा, कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिले के ऊंचे इलाकों में भी अगले तीन दिन बर्फबारी हो सकती है।

मौसम विभाग ने चंबा के तीसा और भटियात में अगले दो दिनों में भारी हिमपात का अलर्ट जारी किया है। कांगड़ा के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में परसों, किन्नौर में कल व परसों, कुल्लू में कल दिन व रातभर, मंडी के ऊंचे क्षेत्रों में परसों, शिमला में आज रात व कल और सिरमौर जिले में परसों भारी बर्फबारी हो सकती है। पर्यटन कारोबारियों और सैलानियों को बर्फबारी होने की आस बंध गई है, क्योंकि इस बार चंबा, लाहौल-स्पीति और किन्नौर के अधिक ऊंचे क्षेत्रों को छोड़कर प्रदेश के अन्य भागों में बर्फ नहीं गिरी। इससे पर्यटक और पर्यटन कारोबारी मायूस हैं।

अटल टनल रोहतांग के नॉर्थ पोर्टल व साउथ पोर्टल में बर्फबारी होने से टनल की तरफ वाहनों की आवाजाही ठप हो गई है। आपात स्थिति में फोर बाई फोर वाहनों को अनुमति होगी। वहीं चंबा जिले के जनजातीय क्षेत्र पांगी में भी बर्फबारी हो रही है। चारों तरफ बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। बर्फबारी के चलते तापमान शून्य डिग्री से नीचे लुढ़क गया है जिस कारण क्षेत्र में ठंड बढ़ गई है। राजधानी शिमला में बादल छाए हुए हैं। हिमाचल प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में बुधवार और वीरवार को बारिश और बर्फबारी होने का येलो अलर्ट जारी हुआ है। आगामी 14 जनवरी तक प्रदेश के सभी क्षेत्रों में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है।

इस समय किन्नौर जिले में हांगो, चुलिंग, रोपा, ज्ञाबुंग, रुशकलंग, तालिंग, सुन्नम, चारंग, नेसंग आदि क्षेत्रों में बर्फबारी होनी शुरू हो गई है, जबकि कल्पा, सांगला, रिकांगपिओ आदि क्षेत्रों में भी मौसम बरसने की तैयारी में है। किन्नौर के जिन क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है, वहां के बागवानों के चेहरों पर रौनक देखी जा रही है। इस बदलाव के साथ ठंड में भी काफी ज्यादा इजाफा देखा जा रहा है। लोग ठंड से बचने के लिए आग का सहारा ले रहे है।

बर्फबारी के ‘येलो अलर्ट’ के दौरान सैलानियों और स्थानीय लोगों को एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। इस दौरान खासकर अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में ट्रैकिंग नहीं करने को बोला गया है।

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के बाद प्रदेशवासियों को ड्राई-स्पैल से राहत मिलने की आस बंध गई है, क्योंकि प्रदेश में 10-11 अक्टूबर 2022 के बाद से ही बारिश-बर्फबारी नहीं हुई। खासकर दिसंबर महीने में लाहौल स्पीति जिले को छोड़कर अन्य सभी जिलों में पानी की बूंद तक नहीं बरसी। इससे किसान-बागवान, पर्यटन कारोबारी व प्रदेशवासी परेशान हैं। जनवरी का पहला सप्ताह भी सूखा गया है।

मध्यप्रदेश के उत्तरी हिस्से में आने वाले कई स्थानों पर अगले चौबीस घंटों के दौरान मध्यम से घने कोहरे के आसार है। प्रदेश में कई स्थानों पर चली शीतलहर और कोल्ड डे के बीच चंबल संभाग में आने वाले जिलों के साथ ही ग्वालियर, दतिया और शिवपुरी जिले में अगले चौबीस घंटों के दौरान घने कोहरे के अनुमान है। इसके अलावा सतना, रीवा, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में मध्यम कोहरे का प्रभाव देखने को मिल सकता है।

भोपाल मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने बताया कि मध्यप्रदेश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान में दो-तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। इसके बाद मौसम में विशेष परिवर्तन के आसार नही हैं। दिन के पहर ठंड मामूली रुप से बना रह सकता है। वहीं रात के पहर ठंड अभी एक दो-दिन और असर दिखा सकती है।

राज्य में बीते चौबीस घंटों के दौरान दतिया और ग्वालियर में हल्के से मध्यम कोहरा देखने को मिला है। शहडोल संभाग के जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य से काफी कम दर्ज किया गया। भोपाल, जबलपुर, सागर और नर्मदापुरम संभागों के जिले में सामान्य से कम तथा शेष स्थानों पर सामान्य रहे। प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 4़ 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में आज सुबह से धूप खिलाने से मामूली रुप से ठंड का असर रहा।

उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और यनम में अलग-अलग स्थानों पर बुधवार को न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री और रायलसीमा में दो से चार डिग्री सेल्सियस कम होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र (आईएमडी) ने यह जानकारी दी।

मौसम विभाग ने बताया कि राज्य के मैदानी इलाकों में मंगलवार को आरोग्यवरम में सबसे कम न्यूनतम तापमान 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश और रायलसीमा में पूर्वोत्तर मॉनसून कमजोर रहा है।

विभाग के अनुसार, उत्तर-दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा में 11 से 15 जनवरी तक मौसम शुष्क रहने के अनुमान हैं।

जम्मू कश्मीर में पर्यटन स्थलों गुलमर्ग और सोनमर्ग सहित कश्मीर घाटी के ऊंचे इलाकों में बुधवार को ताजा हिमपात हुआ जबकि श्रीनगर सहित मैदानी इलाकों में बारिश हुई।

मौसम विज्ञान केंद्र श्रीनगर ने कहा कि सोनमर्ग, गुलमर्ग और कश्मीर घाटी के अन्य ऊंचे इलाकों में बर्फबारी हो रही है, जबकि उत्तर और मध्य कश्मीर के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश के साथ जम्मू के मैदानी इलाकों में बादल और कोहरा छाया हुआ है।

विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार शाम या रात को कुछ स्थानों, मुख्य रूप से ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी हिमपात हो सकता है और 12 जनवरी को जम्मू के मैदानी इलाकों में व्यापक रूप से हल्की से मध्यम हिमपात/वर्षा, जबकि 13 जनवरी को कुछ स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है और 14 से 17 जनवरी तक मौसम शुष्क रहेगा।

जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में न्यूनतम तापमान पिछली रात के 1.8 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सीजन की इस अवधि में यह सामान्य से 5.6 डिग्री अधिक था। श्रीनगर में भी पिछले 24 घंटों के दौरान आज सुबह साढ़े आठ बजे तक 0.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। श्रीनगर में ठंड और कोहरे ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया।

उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग में बुधवार को न्यूनतम तापमान शून्य से 3.0 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात तापमान शून्य से 4.4 डिग्री सेल्सियस नीचे था। मीडो की घाटी के लिए यह सामान्य से 4.9 डिग्री सेल्सियस अधिक था। गुलमर्ग में भी 24 घंटे के दौरान आज सुबह साढ़े आठ बजे तक 6.6 सेमी बर्फ और 6 मिमी बारिश दर्ज की गई। कश्मीर के मशहूर स्की रिजॉर्ट में अब भी बर्फबारी हो रही थी।

दक्षिण कश्मीर के पर्यटन स्थल पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 0.3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जबकि एक दिन पहले यह शून्य से 3.2 डिग्री सेल्सियस नीचे था। चरवाहों की घाटी के लिए मौसम की इस अवधि के दौरान यह सामान्य से 6.8 डिग्री अधिक था। पिछले 24 घंटों के दौरान आज सुबह साढ़े आठ बजे तक 1.1 मिमी बारिश दर्ज की गई।

श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर काजीगुंड का न्यूनतम तापमान शून्य से 0.8 डिग्री सेल्सियस नीचे 1.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कोकेरनाग में पिछली रात शून्य से 3.6 डिग्री सेल्सियस नीचे 0.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

मौसम विभाग कार्यालय के अनुसार सीमांत कश्मीर जिले के कुपवाड़ा में न्यूनतम तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछली रात के मुकाबले 2.9 डिग्री सेल्सियस था। सीजन की इस अवधि में यह सामान्य से 4.4 डिग्री अधिक था। विभाग ने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान आज सुबह साढ़े आठ बजे तक 3.6 मिमी बारिश दर्ज की गई।

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