(Oil pulling) ऑयल पुलिंग का तरीका, फायदे और इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण

(Oil pulling)

(Oil pulling) ऑयल पुलिंग का तरीका, फायदे और इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण

 

(Oil pulling) ऑयल पुलिंग एक पुराना आयुर्वेदिक उपचार है। इसमें तरह-तरह के तेलों का इस्तेमाल करके मुंह की समस्याओं का इलाज किया जाता है।

(Oil pulling) एक शोध के अनुसार, ऑयल पुलिंग की मदद से मुंह को टार्टर और प्लाक जैसी कई परेशानियों से सुरक्षित रखा जा सकता है। यह मुंह की गहराई से सफाई करने में भी सहायक है। आइए आज इसका तरीका, फायदे और वैज्ञानिक कारण जानते हैं।

ऑयल पुलिंग करने का तरीका

(Oil pulling) सबसे पहले नारियल, तिल या जैतून का एक बड़ी चम्मच तेल मुंह में डालें और 15 से 20 मिनट के लिए इसे अपने मुंह में चारों ओर घुमाएं। ध्यान रखें कि इसे निगलना नहीं है। इसके बाद तेल को थूक दें। इसे वॉश बेसिन, सिंक या टॉयलेट में थूकने से बचें क्योंकि इससे क्लॉगिंग हो सकती है। अंत में कुछ भी खाने से पहले अपने मुंह को पानी से धो लें।

(Oil pulling) किसी विशेषज्ञ की निगरानी में ही ऑयल पुलिंग करें। इसके अतिरिक्त छोटे बच्चों को इससे दूर रखें। दरअसल, अगर ऑयल पुलिंग को गलत तरीके से किया जाता है तो यह यूस्टेशियन ट्यूब और कान के मध्यम भाग को चोट पहुंचा सकता है। ध्यान रखें कि ऑयल पुलिंग करते समय तेल को निगलना नही है क्योंकि इससे सेहत पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

ऑयल पुलिंग के पीछे का विज्ञान

ऑयल पुलिंग के लिए इस्तेमाल होने वाले तेल एंटी-ऑक्सीडेंट्स से युक्त होते हैं, जो हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद कर सकते हैं। ये तेल कोशिका झिल्लियों की लिपिड परत को खींच लेते हैं और उनमें सुधार करते हैं।

मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को कम करेगा तरीका

मुंह पोषण के साथ-साथ बैक्टीरिया का भी प्रवेश द्वार है। बता दें कि 700 से अधिक प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं, जो मुंह को अपना घर बना सकते हैं और ऑयल पुलिंग का तरीका उन्हें कम करने में मदद कर सकता है। 75 लोगों पर किए गए एक अध्ययन में ऑयल पुलिंग ने मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया को काफी कम कर दिया था।

मसूड़ों के स्वास्थ्य में कर सकता है सुधार

(Oil pulling) मुंह में मौजूद टॉक्सिन्स मसूड़ों से जुड़ी कई बीमारियों का कारण बन सकते हैं। इससे मसूड़ों में सूजन होने की संभावना काफी बढ़ जाती है। हालांकि, ऑयल पुलिंग प्रभावी रूप से आपको इस स्थिति से सुरक्षित रखने में मदद कर सकती है। मसूड़ों की सूजन से पीडि़त 60 व्यक्तियों के साथ किए गए एक अध्ययन से पता चला कि 30 दिनों तक ऑयल पुलिंग करने से उनकी स्थिति में सुधार हुआ।

प्लाक और कैविटी से होता है बचाव

प्लाक और कैविटी बच्चों से लेकर बड़ो होने वालीं आम समस्याएं हैं। विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, ऑयल पुलिंग की प्रक्रिया इन दोनों स्थितियों का इलाज करने में मदद कर सकती है क्योंकि यह मुंह में मौजूद बैक्टीरिया को कम करती है। यह आपकी लार में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को उसी तरह कम कर सकती है, जिस तरह माउथवॉश करता है।

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