Bilaspur News : छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट का राज्य शासन, यूजीसी, एआईसीटीई को भी नोटिस; 3 सप्ताह में मांगा जवाब
Bilaspur News : बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में प्राइवेट यूनिवर्सिटी के फर्जी मार्कशीट बांटने के मामले में हाईकोर्ट ने शिकंजा कसा है। कोर्ट ने इस मामले में राज्य शासन, यूजीसी, एआईसीटीई छत्तीसगढ़ प्राइवेट यूनिवर्सिटी रेगुलेरिटी कमीशन सहित दोनों यूनिवर्सिटी को नोटिस जारी किया है। इन सभी से तीन सप्ताह में जवाब देने को कहा गया है।
हाईकोर्ट में प्राइवेट यूनिवर्सिटी में बगैर एडमिशन और रजिस्ट्रेशन के डिग्री बांटने को लेकर जनहित याचिका दायर की गई है।
रायपुर के आरटीआई एक्टिविस्ट डॉ. संजीव अग्रवाल की ओर से दायर याचिका में कहा गया है कि राजधानी की दो यूनिवर्सिटी में बिना एडमिशन के फर्जी सर्टिफिकेट बांटने का काम चल रहा है। यह भी कहा गया है कि इसमें दोनों यूनिवर्सिटी प्रबंधन की मिलीभगत है।
उन्होंने आरटीआई से मिली जानकारी का हवाला भी दिया है। इसमें कहा गया है कि उम्र कैद की सजा काट रहे कैदी को भी यूनिवर्सिटी ने डीसीए की अंकसूची जारी कर दी है।
बिना एग्जाम दिलाए कैदी हो गया पास
also read : Narayanpur Latest News : डीएवी स्कूल में शिक्षक की कमी, बच्चों और पालकों का धरना
उन्होंने आरटीआई के तहत दस्तावेज जुटाए हैं, जिसके अनुसार कैदी बलराम साहू को 29 जनवरी 14 को सजा हुआ था और वह 14 अगस्त 19 को रिहा हुआ। जेल से बाहर आने से पहले ही विश्वविद्यालय ने डिप्लोमा इन कंप्यूटर एप्लिकेशन का सर्टिफिकेट 29 अगस्त 18 को दे दिया, जिसमें वह फर्स्ट डिवीजन आया है। उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत की थी, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, तब उन्होंने हाईकोर्ट की शरण ली है।
प्राइवेट यूनिवर्सिटी में फर्जी डिग्री बांटने चल रहा है धंधा
आरटीआई एक्टिविस्ट संजीव अग्रवाल ने कोर्ट को बताया है कि प्रदेश के प्राइवेट यूनिवर्सिटी में फर्जी डिग्री बांटने का खेल चल रहा है। हायर एजुकेशन जैसी संस्थाओं में इस तरह की गड़बडिय़ा पर रोक लगाना आवश्यक है। नहीं तो प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठना स्वाभाविक है। उन्होंने मामले के दोषियों पर कार्रवाई करने और ऐसे फर्जी डिग्री बांटने वाले यूनिवर्सिटी को बंद करने की मांग की है।