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Naxalite panic नक्सली दहशत के चलते बंद थी नवरात्रि की पूजा

Naxalite panic नक्सली दहशत के चलते बंद थी नवरात्रि की पूजा

Naxalite panic दहशत कम होते भक्तो ने शुरू की नवरात्रि की पूजा अर्चना

Naxalite panic नारायणपुर – नारायणपुर जिले के घोर नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ के कोहकामेटा की वादियों में सिर्फ और सिर्फ नक्सल दहशत की गूंज सुनाई देती थी लेकिन अब इन वादियों में इस नवरात्रि में माता रानी के जयकारों की गूंज से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है ।

Naxalite panic जिसका सबसे बड़ा कारण कोहकामेटा में पुलिस कैंप खुलना है , कैंप खुलने के बाद ग्रामीणों ने सालो बाद नक्सल दहशत को दरकिनार कर नवरात्रि का पर्व बड़ी धूमधाम से पूरे विधिविधान के साथ मना रहे है । नवयुवको का कहना है कि नवरात्रि का पर्व पूरे विधिविधान के साथ मनाया जा रहा है आसपास के गांव वाले नवमी को आकार कलश विसर्जन कर प्रसाद ग्रहण करते है ।

Naxalite panic ज्ञात हो कि नारायणपुर जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर अबूझमाड़ की गोद में बसे कोहकामेटा में नक्सलियों ने सालो पहले पंडालों में जाकर मूर्तियों की तोड़ फोड़ की थी जिसके बाद से अबूझमाड़ के ग्रामीण गणेश चतुर्थी और नवरात्रि का पर्व मनाना बंद कर दिए थे ।

Naxalite panic लेकिन वर्ष 2018 में कोहकामेटा में पुलिस कैंप खुलने के बाद से अब लोगो में नक्सल दहशत में कमी में आई है जिसके बाद पिछले वर्ष से नवरात्रि का पर्व मनाना ग्रामीण ने शुरू किया । इस वर्ष ग्रामीणों ने मां दुर्गा की प्रतिमा घोटुल के पास पंडाल में रखी है जहा पूरे विधि विधान के साथ सुबह शाम पूजा अर्चना और भजन किया जाता है ।

सालो बाद अबूझमाड़ में गूंजा माता रानी के जयकारे की आवाज

जिससे अब यहां की वादियों में माता रानी के जयकारे ही सुनाई दे रहा है , नवरात्रि के अंतिम दिवस को आसपास के गांव वाले कलश और मूर्ति विसर्जन में बड़ी संख्या में शामिल होकर गाजे बाजे के साथ नाचते गाते जाते है ।

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