MLA Indra Sao विधायक इन्द्र साव ने विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री से योजनाओं के बारे में मांगी जानकारी

MLA Indra Sao

राजकुमार मल

 

MLA Indra Sao विधानसभा में विधायक इन्द्र साव द्वारा लोक स्वास्थ्य मंत्री से स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में मांगी जानकारी

 

MLA Indra Sao भाटापारा-विधायक इन्द्र साव ने विधानसभा में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत लोक स्वास्थ्य मंत्री से पूछा कि जिला- बलौदाबाजार-भाटापारा में कितने शासकीय एवं मान्यता प्राप्त निजी अस्पताल संचालित है, जानकारी दें।

तथा संचालित कितने पंजीकृत निजी अस्पतालों में आयुष्मान योजना एवं शासन की अन्य योजनाओं के तहत मरीजों का इलाज हो रहा है। इन निजी अस्पतालों में शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से मरीजों को किन-किन बीमारियों के इलाज हेतु कितनी राशि शासन द्वारा दी जाती है। यह जानकारी अस्पतालों में सूचना पटल पर क्या लगाई गई है ? यदि नहीं, तो क्या लगाई जायेगी ?

MLA Indra Sao इस पर लोक स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जवाब में कहां कि जिले में कुल 207 शासकीय चिकित्सालय तथा कुल 30 मान्यता प्राप्त निजी चिकित्सालय संचालित है। 13 पंजीकृत निजी अस्पतालों में आयुष्मान भारत, प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना, डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत मरीजों का इलाज हो रहा है। जो कि निम्न है – 1. बाजपेयी नर्सिंग होम बलौदाबाजार, 2. स्व. श्रीमती चंदादेवी तिवारी हॉस्पिटल ब.बा. 3. श्रीराम हॉस्पिटल ब.बा., 4. ओमकार हॉस्पिटल ब.बा., 5. किलकारी चिल्ड्रन हॉस्पिटल ब.बा., 6. आनंद हॉस्पिटल, प्रसूती, सर्जरी एवं ट्रामा सेंटर ब.बा., 7 जया पाली क्लिनिक सण्डी (पलारी), 8. आनंद मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल पलारी, 9. आद्या हॉस्पिटल कसडोल, 10. नरेन्द्र मिश्रा मेमोरियल संजीवनी हॉस्पिटल कसडोल, 11. आस्था नर्सिंग होम भाटापारा, 12. आरोग्य सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल सिमगा, 13. श्री विनायक हॉस्पिटल सिमगा।

निजी अस्पतालों में शासन द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से मरीजों के बीमारियों के इलाज हेतु पैकेज राशि की जानकारी अस्पतालों में सूचना पटल पर लगाने हेतु निर्देश जारी नहीं किये गये है, एवं प्रावधानित नहीं है। उक्त सूची में 2404 से अधिक पैकेज के नाम व राशि की जानकारी होती है।

MLA Indra Sao इसके पश्चात विधायक इन्द्र साव ने पूरक प्रश्न के रूप में पुनः सवाल पूछे- जहां एक ओर शासन द्वारा छत्तीसगढ़ की आम जनता एवं गरीब मरीजों के लिए बनाई गई जनकल्याणकारी योजना आयुष्मान भारत, प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना, डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के अंतर्गत निजी व शासकीय अस्पतालों में गंभीर बीमारी के मरीजों को सही समय पर इलाज नहीं मिल पाता।

ऐसी स्थिति में मरीजों की जान बचाने के लिए उनको महंगा इलाज का खर्च बताया जाता है, जो मरीज तत्काल व्यवस्था करने में असमर्थ रहता है और ऐसे मरीज को बिना इलाज करवाये ही वापस जाना पड़ता है। अथवा इन परिस्थितियों में मरीज की जान भी चली जाती है। वहीं दूसरी ओर इस क्षेत्र में कई अस्पताल ऐसे भी है जहां मरीजों को बताया जाता है कि इलाज के लिए पहले आपको संबंधित विभाग में आवेदन देना पड़ेगा।

जब आपका पैसा स्वीकृत होगा तभी आपका इलाज आरंभ किया जायेगा। इस विषम स्थिति में विवशतावश मध्यम श्रेणी के मरीज को कर्ज लेकर या फिर जमीन, गहने आदि बेचकर इलाज करवाना पड़ता है। वहीं गरीब मरीज अपने आप को असहाय मानकर सिवाय मौत का इतंजार करने के अलावा दूसरा रास्ता उसके पास नहीं रहता।

विधायक इन्द्र साव ने भाटापारा शासकीय अस्पताल की दुर्दशा बताते हुए कहां कि यहां पर विशेषज्ञ डॉक्टरों व स्टाफ की कमी है, अस्पताल भवन जर्जर अवस्था में है। यहां ना ब्लड बैंक है और ना ही लैब है। यहां का सिविल अस्पताल मात्र रिफर सेंटर बन कर रह गया है।

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उन्होंने अंत में मंत्री  से निवेदन कर मांग की कि, सिविल अस्पताल भाटापारा में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा आम जनता को मिले इसके लिए पर्याप्त संख्या में विशेषज्ञ डॉक्टर की एवं स्टाफ की पदस्थापना की जाये।
इस बात पर लोक स्वास्थ्य मंत्री ने आश्वस्त करते हुए कहां कि उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर इन्हें शीघ्र ही पूर्ण किया जायेगा।

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