Mid day meal scheme किसान नेता ने आंदोलन की दी
Mid day meal scheme बेमेतरा ! गरीब परिवार के बच्चों को निशुल्क शिक्षा के साथ भोजन मिले, इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से मिड डे मील योजना चलाई जा रही है । वर्तमान में फंड की कमी के कारण इस योजना पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं । बच्चों को नियमित भोजन नहीं मिल पा रहा है ।
Mid day meal scheme मंगलवार से किसान नेता सरकारी स्कूलों का करेंगे औचक निरीक्षण
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इस संबंध में किसान नेता योगेश तिवारी ने कहा कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने आ रहे बच्चों को मध्यानह भोजन योजना के अंतर्गत भोजन नहीं मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है । इस संबंध में अभिभावकों से लगातार शिकायत मिल रही है । इसकी पुष्टि के सरकारी स्कूलों ने पहुंच कर निरीक्षण किया जाएगा ।
Mid day meal scheme भोजन नहीं मिलने की स्थिति में कलेक्टर को सौपेंगे ज्ञापन
Mid day meal scheme बच्चों को मध्यान्ह भोजन नहीं मिलने की स्थिति में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा । केंद्र सरकार की ओर से पर्याप्त फंड उपलब्ध कराए जाने के बावजूद बच्चों को भोजन नहीं मिल पा रहा है, इसकी जांच कर जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की जाएगी।
Mid day meal scheme स्कूलों से भूखे पेट लौट रहे बच्चे
Mid day meal scheme उल्लेखनीय है कि स्कूलों से बच्चे भूखे पेट लौट रहे । स्कूलों में संचालित मध्यान्ह भोजन पर आर्थिक संकट नजर आने लगा है। मध्यान्ह भोजन संचालनकर्ताओं को बीते जून के बाद सें दिये जाने वाला आबंटन नहीं मिला है । जिसके कारण जिले के अनेक स्कूलों में मीड डे मिल योजना बंद है।
वहीं जहां पर संचालित किया जा रहा है वहां पर संचालनकर्ताओं को बाजार से उधार में सामान लेकर काम चलाना पड़ रहा है। फिलहाल कर्जदार बनकर संचालन कर रहे हैं।