Manendragarh Forest Division : तीन-तीन जान लेने वाला आदमखोर तेंदुआ पकड़ाया ग्रामीणों ने ली चैन की सांस
Manendragarh Forest Division : छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ वन मंडल के जनकपुर परिक्षेत्र में पिछले 38 दिनों से दहशत फैलाने वाला आदमखोर तेंदुआ आखिरकार मुर्गे की लालच में वन विभाग द्वारा बिछाए गए जाल में फंस ही गया। तेंदुआ के पकड़े जाने से वन विभाग की टीम और ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। तेंदुआ को पकड़ने के लिए एक्सपर्ट टीम लगातार प्रयास कर रही थी। तेंदुआ को रायपुर जंगल सफारी भेजा गया है।
मुर्गे की लालच में पकड़ाया
Manendragarh Forest Division : वन विभाग की टीम ने तीन जाल नौढिया और सिंगरौली में लगाया था। हर पिजड़े में मुर्गा रखा गया था। इसके अलावा तेंदुआ को पकड़ने के लिए अचानकमार टाइगर रिजर्व के डाग ने की भी मदद ली गई नेरो ने ही पंजे के निशान को सूंघकर उस जगह पर टीम को ले गया, जहां तेंदुआ था।
इसी के करीब पिंजरे को रखा गया था। पिंजरे के अंदर मुर्गे को बांध दिया गया था। इसी को खाने के लालच में तेंदुआ फंस गया। इस आदमखोर तेंदुए की वजह से यहां के ग्रामीणा काफी दहशत में थे।
तीन लोगों की ली जान, मासूम को किया घायल
आदमखोर तेंदुआ ने तीन लोगों मारने के साथ एक मासूम को घायल किया था। 15 जनवरी को इसके हमले से कुंवारी ग्राम के रमदमन बैगा की मौत हो गई थी। घटना से नाराज ग्रामीणों ने शव का पीएम नहीं कराने की जिद पर अड़े थे। ग्रामीणों ने वन विभाग से मांग की थी कि तेंदुए को पकड़ा जाए या फिर उसे मार दिया जाए।