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Land fraud : करोड़ों रुपए की जमीन पर जालसाजों का कब्जा
Land fraud : रायपुर। तेलीबांधा के पुरैना में 52 हजार स्क्वायर फीट महिला की जमीन पर जालसाजों ने कब्जा कर करोड़ों रुपए की ठगी किया। जालसाज दंपत्ति ने पुरैना स्थित जमीन का फर्जी दस्तावेज बनवाया। इसके बाद महिला की जमीन को उस खसरा नंबर में शामिल किया और उसे जमीन को करोड़ों रुपए में बेच दिया।
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दरअसल, महिला ने साल 2003 में जमीन खरीदी थी। इसका नामंत्रण और बी-1 भी उनके नाम से है। यही नहीं आरोपियों ने सालों तक जमीन का सीमांकन ही नहीं कराने दिए। इससे परेशान महिला ने डीजीपी से न्याय की गुहार लगाई, जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ धारा 120-क 420-, 447, 466, 467, 468, 471 और 474 के तहत केस दर्ज कियया गया।
साल 2003 में कराई थी जमीन की रजिस्ट्री
पुलिस के मुताबिक स्वर्गीय मुकेश पुजारी को नारायणी बाई के वसियत नामा के आधार पर ग्राम पुरैना हल्का नंबर 113 में स्थित भूमि खसरा नंबर 362-5, खसरा नंबर 0.486 हेक्टेयर भूमि मिली थी, जिसका राजस्व रिकार्ड के बी-1 नक्शा साल 1998-99 में भूमि स्वामी के रूप में नाम दर्ज किया गया था। इसे स्वर्गीय मुकेश पुजारी ने 17 मार्च 2003 को सीमा अग्रवाल पति अशोक अग्रवाल निवासी एच-6 अनुपमनगर ख हारडीह को रजिस्ट्री कर दिया। सीमा का नाम बतौर मालिक राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज हो गया।
सीमा के नाम से रजिस्ट्री
पुलिस के मुताबिक सीमा के नाम से जमीन की रजिस्ट्री होने के बाद स्वर्गीय मुकेश पुजारी के दूसरे हिस्सेदार राजेश पुजारी, लक्ष्मी पुजारी, विजयलक्ष्मी शर्मा ने पटवारी अभिलेखो और नक्शा में छेड़छाड़ का जमीन अपने नाम से करा लिया। बाद में उसे दूसरे लोगों को जमीन की रजिस्ट्री कर दिया। वहीं, सीमा अग्रवाल के हिस्से की जमीन कब्जा कर हड़प लिया।
आरोपियों ने फर्जी तरीके से ली अनुमति
पुलिस के मुताबिक आरोपी राजेश पुजारी और लक्ष्मी पुजारी ने मेसर्स अमरगंगा बिल्डर्स एंड प्रापर्टीस प्राईवेट लिमिटेड के नाम से कंपनीज ऑफ रजिस्टार के कार्यालय से पंजीयन कराया। लक्ष्मी पुजारी व अन्य ने खसरा नंबर 362/2, 362/4 रकबा 3.139 हेक्टेयर भूमि का विकास अनुज्ञा के लिए नगर निगम और ग्राम निवेश कार्यालय रायपुर में आवेदन दिया। इसमें नक्शा रिटायर्ड राजस्व निरीक्षक रामभूषण ब्यौहार द्वारा पारिवारिक बटवारा के लिए बनाए गए नक्शा २3 अक्टूबर 2005 को दिखाकर विकास अनुज्ञा हासिल कर लिया।
सीमा की जमीन पर कर लिया कब्जा
पुलिस के मुताबिक सीमा साल 2019 में ईलाज के लिए कोयंटबूर तमिलनाडू में लगातार 8 महीन तक रहीं। इस दौरान आरोपी विजय लक्ष्मी शर्मा, लक्ष्मी पुजारी, राजेश पुजारी ने उनकी जमीन पर आने-जाने का रास्ता बनाने के लिए स्नेहलता पुजारी और उसके बेटे मोहित पुजारी व अनुभव पुजारी को मिलाकर विजय लक्ष्मी शर्मा, लक्ष्मी पुजारी की उक्त भूमियों को आपसी विनिमय करने के लिये पंजीकृत डीड बनवाई और सीमा की भूमि को अपनी भूमि में शामिल कर लिया। इसकी भनक लगने पर उन्होंने पुलिस से शिकायत की।