राजकुमार मल
Investigation campaign : स्पष्टीकरण की मांग पटेल को थमाई नोटिस
Investigation campaign : भाटापारा- क्रय- विक्रय के रिकॉर्ड नियमित नहीं थे। सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने के आदेश । शायद पहला मौका था, जब किसी स्वीट कॉर्नर को ऐसी नोटिस थमाई गई। याने होटल और स्वीट कॉर्नरों को ऐसे दस्तावेज रोज बनाने होंगे।
Investigation campaign : रक्षाबंधन का दिन धीरे-धीरे करीब आ रहा है। इसी के साथ अब खाद्य एवं औषधि प्रशासन की सक्रियता फिर से दिखाई देने लगी है। इस बार जिस तेवर के साथ जांच अभियान की शुरुआत हुई है, उससे स्पष्ट हो रहा है कि पकड़े जाने पर कोई बहाना नहीं चलेगा। उदाहरण है रोहांसी की सीमा रेस्टोरेंट और मिष्ठान में हुई कार्रवाई। जिसमें खरीदी-बिक्री के दस्तावेज का नियमित संधारण नहीं होना पाया गया है।
सैंपल और मांगा जवाब
रोहांसी। जिले का महत्वपूर्ण कारोबारी गतिविधियों वाला कस्बा। खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने यहां की सीमा रेस्टोरेंट एवं मिष्ठान की जांच सबसे पहले की। मिल्क केक को संदेहास्पद पाते हुए इसके सैंपल लिए। टीम ने जब दस्तावेजों की जांच की, जिसमें नियमित संधारण नहीं होने की जानकारी मिली। मौके पर ही संस्थान संचालक को सात दिवस के भीतर स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए गए।
नहीं मिली स्वच्छता
Investigation campaign : पटेल स्वीट्स। अमेरा में जाना पहचाना नाम लेकिन जांच में, जिस स्तर पर गंदगी चारों तरफ फैली हुई दिखाई दी, उसे देख कर टीम हैरत में पड़ गई। सूक्ष्मता से जांच में कार्यस्थल पर भी स्वच्छता का अभाव पाया गया। इसे खाद्य कारोबार के संचालन में गंभीर मानते हुए नोटिस जारी की गई है।
Investigation campaign : खाद्य तेल का सैंपल
खुले में खाद्य तेल की बिक्री पर रोक के आदेश के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि यह सामग्री जांच के घेरे में रहेगी। रोहांसी के लक्की किराना में जांच के दौरान संदेह के आधार पर सोयाबीन और राइस ब्रान ऑयल के सैंपल लिए गए हैं। दोनों सैंपल जांच के लिए विभाग की राजधानी स्थित लेबोरेटरी में भेजे जाएंगे।