International Monetary Fund : भारतीय अर्थव्यवस्था की मुरीद हुई इंटरनेशनल मुद्रा कोष….
International Monetary Fund : इंटरनेशनल मुद्रा कोष के डिवीजन चीफ डेनियल लेघ ने मंगलवार को इंडियन अर्थव्यवस्था की तारीफ की है. इसके साथ ही उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में भरोसे को दोहराया और कहा कि यह एक ‘बहुत मजबूत अर्थव्यवस्था’ है.
International Monetary Fund : उन्होंने बोला है कि इंडिया इस वक़्त उच्च विकास दर के साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था के सबसे ब्राइट स्पॉट में से एक कहे जाते है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार डेनियल ने कहा ‘हां, हमारे पास इंडिया के लिए उच्च विकास दर है जो 2022 में 6.8 है. हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि यह इस समय वैश्विक
अर्थव्यवस्था के ब्राइट स्पॉट में से एक कहे जाते है. इतनी उच्च विकास दर और यह जनवरी की तुलना में -.2 संशोधन के साथ 5.9 तक रही है. यहां जो हो रहा है वह भी ऐतिहासिक संशोधनों का एक सेट है.’
IMF ने मंगलवार को 2023-24 के लिए अपने विकास अनुमान को 6.1 फीसद से घटाकर 5.9 प्रतिशत कर डाला है. विश्व आर्थिक आउटलुक के आंकड़ों से पता
चला है कि एक महत्वपूर्ण गिरावट के बावजूद इंडिया दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था भी बन चुका है. डेनियल ने आगे बोला है ‘हम महसूस करते हैं कि
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2020-2021 वास्तव में हमारे विचार से बहुत बेहतर रहा. और हमारे पिछले पूर्वानुमान को सूचित करने वाले उपभोक्ताओं की मनमानी मांग इसलिए कम होने वाली है
क्योंकि वे पहले से ही अधिक पकड़ बना चुके हैं.’
उन्होंने आगे बोला है कि ‘इस वर्ष उच्च विकास दर में संशोधन किया गया. हम अगले वर्ष फिर से 6.3 तक जाएंगे. एक बहुत मजबूत अर्थव्यवस्था जो इंडिया को उच्च
जीवन स्तर की ओर आगे बढ़ने और आवश्यक नौकरियों को पैदा करने की मंजूरी देगा जो आवश्यक है.’ IMF ने इंडिया की मुद्रास्फीति को चालू वर्ष में 4.9 प्रतिशत तक
और अगले वित्त वर्ष में 4.4 प्रतिशत तक धीमा रहने का अनुमान लगाया जा रहा है. IMF वृद्धि का अनुमान भारतीय रिजर्व बैंक के अनुमान से कम है. केंद्रीय बैंक ने वित्त
वर्ष 2022-23 के लिए 7 प्रतिशत GDP वृद्धि और 1 अप्रैल से शुरू होने वाले चालू वित्त वर्ष में 6.4 प्रतिशत की भविष्यवाणी की है.