historical प्रशासन का मूकदर्शक बना रहना एक बड़ा सवाल
historical नारायणपुर – नारायणपुर जिले के हृदय स्थल पर 52 एकड़ में स्थित historical बंधवा तालाब जिसका निर्माण जन सहयोग से जिले वासियों ने निस्तारी, जानवरो के पीने के लिए बनाया था ।
historical जिस पर पिछले दो तीन सालो से जलकुंभी से भर जाने के कारण जिला प्रशासन द्वारा तालाब की सफाई के लिए गर्मी में पानी छोड़ दिया गया और जल संसाधन विभाग द्वारा इसकी सफाई शुरू किया गया लेकिन विभाग द्वारा सफाई कार्य बारिश से पूर्व नही किए जाने के कारण तालाब में जलकुंभी का कचरा और जलकुंभी फिर उगने लगा ।
वही अब बारिश में शहर के नाली का कचरे के साथ पानी इस historical बंधवा तालाब में डाला जाना नगर की जन भावना के साथ खिलवाड़ किए जाने की तरह साबित हो रहा है ।
एक ओर जिला प्रशासन लाखो रुपए खर्च कर तालाब की सफाई करवाने में लगा है वही नगर पालिका नगर के नाली की गंदगी और बारिश का पानी इस बंधवा तालाब में डाल रहा है जो नगर पालिका की कार्यशैली पर सवाल खड़ा करता है ।

historical जबकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बंधवा तालाब के अस्तित्व को बचाने और उसके सौंदर्यकरण के लिए 6 करोड़ रुपए देने की घोषणा कर नगर वासियों को सौगात दिया गया लेकिन नगर पालिका द्वारा इस ऐतिहासिक बंधवा तालाब में नगर की गंदगी के साथ बारिश का पानी तालाब में छोड़ा जाना क्या सही है ये एक बड़ा सवाल है ।
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नगर पालिका के पार्षद व नेता प्रतिपक्ष जैकी कश्यप ने कहा कि नगर पालिका के हृदय स्थल पर बंधुआ तालाब हमारे जिले के बुजुर्गों द्वारा श्रमदान करने नगर वासियों को सुविधा मिले और मवेशियों को पीने का पानी मिल सके !

इसके लिए निर्माण किया गया था पर आज नारायणपुर जिला प्रशासन के निष्क्रिय रवैया और प्रदेश के मुख्यमंत्री के जुमलेबाजी वाले घोषणा के चलते आज उसका अस्तित्व खत्म हो रहा ।
नगर पालिका इलाके का गंदा पानी और कचरा तालाब में डाला जा रहा है और जिला प्रशासन मौन है , सफाई के नाम पर लाखो का भ्रष्टाचार हुआ जिला प्रशासन मौन बना रहा और अब जब नगर की गंदगी और कचरा भी तालाब में डाला जा रहा है तो सफाई के लिए लाखो रुपए खर्च करना शासन के राशि का द्रुप्रयोग है जिसका पुरजोर विरोध कर इनकी कार्यप्रणाली का आईना इन्हे दिखाकर बंधवा तालाब को बचाने कदम उठाया जाएगा ।