Health experts : स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने देश में लिवर, गैस्ट्रिक की बढ़ती समस्याओं पर चिंता व्यक्त की

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Health experts स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने देश में लिवर, गैस्ट्रिक की बढ़ती समस्याओं पर चिंता व्यक्त की

 

Health experts कोलकाता !   भारत में हाल के वर्षों में लीवर की बीमारी के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने देश के पूर्वी हिस्से में लीवर और गैस्ट्रिक रोगों के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त की है।


Health experts विशेषज्ञों ने एक संवाददाता सम्मलेन में कहा कि पूर्वी और उत्तर पूर्व क्षेत्र में फैटी लीवर की गंभीर बीमारी चिंता का एक प्रमुख कारण बनती जा रही है। यह बीमारी बहुत तेज़ी से फैल रही है और पांच में से एक व्यक्ति इससे प्रभावित हो रहा हैं। उन्होंने कहा कि भारत में अब तक लीवर संबंधित बीमारियों से सालाना 268,580 मौतें (सभी मौतों का 3.17 प्रतिशत) होती हैं, जो दुनिया भर में लीवर से संबंधित 20 लाख मौतों का 18.3 प्रतिशत है।


Health experts विशेषज्ञों ने कहा कि अत्यधिक शराब के सेवन से लीवर की बीमारी होती है, जबकि तंबाकू के सेवन से लीवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। ग्रामीण इलाकों में भी कई तरह के संक्रमण होते हैं जो दूषित भोजन, पानी और रक्त उत्पादों के माध्यम से फैल सकते हैं।

ये सभी समय के साथ लीवर की पुरानी सूजन और क्षति का कारण बन सकते हैं, ऐसे में लीवर प्रत्यारोपण की आवश्यकता होती है। ऐसी अवस्था में गैस्ट्रिक कैंसर, अल्सर और पित्ताशय की पथरी जैसे रोगों का निदान करना मुश्किल हो जाता है।


Health experts डॉ. राज विग्ना वेणुगोपाल ने कहा कि पूर्वी-उत्तर पूर्वी भारत में, कई रोगी गॉलब्लैडर और पैंक्रियाटिक रोग से पीड़ित हैं, जिनमें गॉलब्लैडर और बाइल डक्ट स्टोन सबसे आम हैं और इसके उपचार के लिए एक उचित परामर्श की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि ऑलिवर से सम्बंधित बीमारियों का उपचार सही समय पर नहीं किया गया तो ऐसे मामलों में पीलिया और सेप्सिस जैसी गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं।
इस अवसर पर डॉ राजीव लोचन ने कहा कि इस समस्या से जुड़े लोगों को सही समय पर उपचार कराने के लिए जागरूक करने की आवश्यकता है।

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