God avatar दया और करुणा करने के लिए लेते हैं भगवान अवतार : ऋतंभरा

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God avatar दया और करुणा करने के लिए लेते हैं भगवान अवतार : ऋतंभरा

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God avatar सक्ती ! माछरौलिया गोयल परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन कृष्ण जन्म उत्सव के अवसर पर व्यास पर फिर से ऋतंभरा दीदी द्वारा भक्तजनों को कथा श्रवण कराते हुए बताया कि संसार के समस्त प्राणियों का जन्म होता है अपने कर्मों के कारण , किंतु भगवान अवतार लेते हैं सभी पर दया और करुणा करने के लिए l

God avatar जब जब इस धरती पर पाप और अधर्म का भार बढ़ता है तब भगवान धर्म की स्थापना और पापों का नाश करने के लिए अवतार लिया करते हैं l द्वापर युग में वासुदेव और देवकी के आठवीं संतान के रूप में भगवान श्री कृष्ण का अवतार हुआ था , श्रीकृष्ण की लीलाओं में एक तरफ आनंद ही आनंद है तो वहीं दूसरी ओर विद्वानों को भी चकित कर देने वाली लीला और समाज के लिए एक अद्भुत प्रेरणा है , यह उद्गार सक्ति नगर में आयोजित विशाल श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन व्यासपीठ से साध्वी दीदी मां ऋतंभरा देवी ने प्रकट किए l

God avatar व्यासपीठ से कथा वाचिका दीदी मां ने श्रोताओं कथा साउंड कराते हुए कहा की भगवान को सर्वस्व समर्पण करने पर भगवान भी दानदाता कि हमेशा रक्षा करते हैं ,l राजा बलि ने बामन भगवान को अपना सर्वस्व समर्पण कर दिया तब भगवान उसकी रक्षा करने के लिए पातालपुरी चले गए और राजा बलि के द्वारपाल बन गए l

God avatar भगवान श्री नारायण को लेने के लिए लक्ष्मी जी को पातालपुरी जाना पड़ा था अर्थात जहां नारायण रहते हैं लक्ष्मी उनके पीछे पीछे ही चली जाती है , इसलिए गृहस्थ में केवल लक्ष्मी की ही पूजा ना हो बल्कि नारायण की भी पूजा-अर्चना होनी चाहिए l

नवम स्कंध की कथा में दीदी मां द्वारा भगवान श्री राम के अवतार की कथा सुनाई गई उन्होंने बताया कि श्रीराम साक्षात धर्म की मूर्ति के रूप में अवतार लिए थे जिन्होंने मर्यादा पालन करने की शिक्षा सब को प्रदान किया l श्री राम एक तारक नाम है जिनका स्मरण और नाम उच्चारण मात्र से ही भवसागर पार किया जा सकता है l
चौथे दिन की कथा में हजारों कथा श्रोताओं ने कथा श्रवण का पुण्य लाभ प्राप्त किया l

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