You are currently viewing 2022 action टेलीफोनिक फ्राॅड के मामले में बस्तर पुलिस की बड़ी कार्यवाही
action टेलीफोनिक फ्राॅड के मामले में बस्तर पुलिस की बड़ी कार्यवाही

2022 action टेलीफोनिक फ्राॅड के मामले में बस्तर पुलिस की बड़ी कार्यवाही

action टेलीफोनिक फ्राॅड

action जगदलपुर। उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  जितेन्द्र सिंह मीणा के नेतृत्व में बस्तर पुलिस द्वारा आपराधिक तत्वों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही किया जा रहा है। action टेलीफोनिक फ्राॅड के मामले में उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक  जितेन्द्र सिंह मीणा के द्वारा रूचि लेकर विशेष अभियान चलाकर आरोपियो की पतासाजी एवं विवेचना किया जा रहा है।

action इसी तारतम्य में दो अलग-अलग मामले जिसमें सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर एवं सीम बंद होने की बात कहकर दुबारा चालु करने हेतु वेरिफिकेशन के नाम पर ठगी करने वाले 02 गिरोह के तीन आरोपियो पर कार्यवाही करने में बस्तर पुलिस को बडी सफलता मिली है।

बस्तर पुलिस द्वारा आपराधिक तत्वों के विरूद्ध लगातार कार्यवाही

action ज्ञात हो कि बस्तर जिले में टेलीफोनिक फार्ड के बढते मामलो को देखते हुए उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार, अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) केशलुर ऐश्वर्य चन्द्राकर, उप पुलिस अधीक्षक नोडल सायबर सेल  गीतिका साहू के पर्यवेक्षण में टीम गठित कर आपराधिक प्रकरणो का अनुसंधान किया जा रहा है।

action जून 2022 के दौरान मामले के प्रार्थी गणेश राम कश्यप निवासी पाथरी जो कलेक्टर कार्यालय जगदलपुर में सहायक ग्रेड 03 के पद हेतु आवेदन पत्र प्रस्तुत किया गया था।

action उक्त अभ्यर्थी को अज्ञात आरोपी द्वारा मोबाईल फोन के माध्यम से अपने आप को जिला कलेक्टर कार्यालय जगदलपुर का स्टाॅफ होना बताकर अभ्यर्थी को सहायक ग्रेड-03 की नौकरी दिलाने के नाम पर कुल 20 हजार रूपये की मांग कर राशि अपने खाते में डलवाकर प्रार्थी को फर्जी नियुक्ति आदेश जारी कर ठगी किया गया था ठगी के संबंध में प्रार्थी को ज्ञात होने पर प्रार्थी गणेश राम कश्यप के रिपोर्ट पर संबंधित काॅलर मोबाईल धारक एवं खाता धारक के विरूð थाना कोतवाली में ठगी (धारा 420 भादवि0 66(डी) आईटी एक्ट) का अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया। दौरान अनुसंधान के मामले में आरोपी के बैंक खातों के विश्लेषण एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर संदेही के उपस्थिति की जानकारी बिहार में मिलने पर, निरीक्षक किशोर केंवट, दिनेश यादव के नेतृत्व में टीम गठित कर बिहार रवाना किया गया था।

also read : 2022 Right हिस्सेदार को हक से वंचित करने वाला जालसाज को अग्रिम जमानत देने से कोर्ट का इंकार

action उक्त टीम के द्वारा जिला नालंदा में संदेह के आधार पर एक व्यक्ति को घेराबंदी कर पकड़ा गया। जिनसे पूछताछ करने पर जिसने अपना नाम चन्दन कुमार निवासी नालंदा बिहार का होना बताए जिनसे पुछताछ करने पर इसकेे द्वारा प्रार्थी गणेश राम कश्यप को मोबाईल फोन के माध्यम से सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर 20 हजार रूपये ठगी करना स्वीकार किया।

आरोपी चन्दन कुमार के द्वारा गुगल सर्च इंजन पर ‘‘छत्तीसगढ़ रिक्वायरमेंट’’ की साईट पर जाकर रिकु्रटमेंट जिसमें छत्तीसगढ शासन एवं अलग-अलग जिलो के शासकीय नौकरी के विज्ञापन एवं वैकंेसीं जिसमें अभियर्थी की जानकारी रहती थी जहा से अभ्यर्थी की जानकारी लेकर दिये हुए मोबाईल नंबर पर सम्पर्क कर सम्बंधित अभ्यर्थी को सरकारी नौकरी दिलाने और चयनित होने का झांसा देकर अभ्यर्थी से अपने खाते में रूपये-पैसे डलवाया जाता था।
आरोपी चंदन कुमार के कब्जे से मोबाईल 01 नग, लैपटाप 01 नग, नगद राशि 1 लाख 40 हजार रूपये, डेबिट कार्ड 8 नग, भर्ती एवं नियुक्ति से संबधित आवश्यक दस्तावेज बरामद कर जप्त किया गया है।

मार्च 2022 में प्रार्थी प्रकाश पाण्डेय उप निरीक्षक सी.आर.पी.एफ. कामानार कैम्प को अज्ञात आरोपी द्वारा मोबाईल फोन के माध्यम से काॅल करके उसका जीयो सिम बंद होने की बात कहते हुए सीम को दुबारा एक्टीवेट करने हेतु वेरिफिकेशन के नाम पर प्रार्थी को अपने मोबाईल पर ‘‘क्वीक सपोर्ट’’ ऐप डाउनलोड करने बोला गया जब प्रार्थी के द्वारा क्वीक सपोर्ट ऐप डाउनलोड करने के पश्चात् मोबाईल बैकिंग के माध्यम से 10 रूपये का रीचार्ज करने बोला गया रिचार्ज करने के तत्काल बाद प्रार्थी के खाते से अलग-अगल किश्तों में कुल 06 लाख 40 हजार रूपये आरोपियो द्वारा राशि आहरित कर ठगी किया गया था।

ठगी के संबंध में प्रार्थी को ज्ञात होने पर प्रार्थी प्रकाश पाण्डेय के रिपोर्ट पर संबंधित काॅलर मोबाईल धारक के विरूð थाना दरभा में अपराध क्रमांक 28/2022, धारा 420 भादवि0 66(डी) आईटी एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया। दौरान अनुसंधान के मामले में आरोपियो के बैंक खातों के विश्लेषण एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर संदेही के उपस्थिति की जानकारी (जिला नालंदा) बिहार में मिलने पर, निरीक्षक किशोर केवट, दिनेश यादव के नेतृत्व में टीम गठित कर बिहार रवाना किया गया था।

 

उक्त टीम के द्वारा जिला नालंदा बिहार में संदेह के आधार पर दो व्यक्तियो को घेराबंदी कर पकड़ा गया। जिनसे पूछताछ करने पर जिन्होनें अपना-अपना नाम नीरज कुमार एवं चन्द्रकांत कुमार दोनो निवासी जिला नालंदा बिहार का होना बताए जिनसे पुछताछ करने पर इनके द्वारा प्रार्थी प्रकाश पाण्डेय को मोबाईल फोन के माध्यम से जीयो सीम बंद होने पर, सीम एक्टीवेंशन के लिए, जीओ सर्विस प्रोवाईडर बनकर क्वीक सपोर्ट ऐप डाउनलोड कराकर कुल 06 लाख 40 हजार रूपये की ठगी करना स्वीकार किए।

https://jandhara24.com/news/104695/bmp-8-why-did-2-dozen-female-jawans-fall-unconscious-during-the-race-know-what-happened-then/
आरोपीगण से पूछताछ पर बताया गया कि उनके द्वारा प्राथी एवं अन्य पीडित पक्ष को सीम बंद होने का झांसा देकर दुबारा सिम चालू करने हेतु वेरिफिकेशन करने अथवा अन्य समस्याओ के निराकरण करने का झांसा देकर रिमोट एक्सेसिंग ऐप जैसे क्वीक सपोर्ट, ऐनी डेक्स, टीम व्यूवर, गुगल फार्म जैसे ऐप डाउनलोड करने के लिए बोला जाता था जैसे ही कोई व्यक्ति उक्त अनवांटेड ऐप को संचालित करता है वैसे ही पीडित की सभी जानकारी आरोपियो के पास चला जाता है और उनके द्वारा पीडित के खाते से राशि अपने खातो में आहरित कर लिया जाता था।

Leave a Reply