Fourth Pillars of Democracy भ्रष्टाचार सामने लाने वाले पत्रकारों को प्रशासनिक दादागिरी दिखाना

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Fourth Pillars of Democracy लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला : रामू नेताम

Fourth Pillars of Democracy दंतेवाड़ा !  देश का लोकतंत्र चार स्तंभों विधायिका, कार्यपालिका न्यायपालिका और मीडिया पर टिका है। सभी अपनी जिम्मेदारी और कार्य ईमानदारी से करें इसलिए लोकतंत्र के स्तंभों पर किसी तरह का बलप्रयोग नहीं करना चाहिए।

Fourth Pillars of Democracy दंतेवाड़ा के कुछ भ्रष्ट अधिकारी जिन पर सरकार का वरद हस्त है, वो मीडिया को उस तरह से काम नहीं करने देना चाहते जैसे एक स्वतंत्र और तटस्थ मीडिया को करना चाहिए।

Fourth Pillars of Democracy उपरोक्त बातें प्रभारी उप संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं दंतेवाड़ा, अजमेर सिंह कुशवाह के द्वारा पत्रकारों पर पुलिस द्वारा प्रशासनिक दबाव पर जिला पंचायत सदस्य और बीजेपी मंडल महामंत्री रामू नेताम ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही हैं।

Fourth Pillars of Democracy उन्होंने प्रभारी उप संचालक द्वारा पत्रकारों को पुलिस के माध्यम से धमकाने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अजमेर सिंह कुशवाह पर हितग्रहियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसकी जांच कि मांग कई बार की जा चुकी है पर सरकार और जिला प्रशासन ने उस पर जांच करना तो दूर उल्टे हितग्राहियों और जनता का पक्ष सामने वाले मीडिया कर्मियों पर ही पुलिसिया दबाव बनाने का प्रयास किया है।

प्रशासन का एक अधिकारी जिस पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं उस पर जांच की बजाय प्रशासन उल्टे मीडिया को सच्चाई जनता के समक्ष आने से रोकने के लिए तानाशाही का इस्तेमाल कर रहा है परंतु ये कृत्य किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, यदि प्रशासन ने तत्काल उप संचालक पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की निष्पक्ष जांच नहीं शुरू की तो इसके विरुद्ध हितग्राहियों के साथ मिलकर एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

जिला पंचायत सदस्य रामू नेताम ने कहा कि उपसंचालक पुलिस के माध्यम से अपने भ्रष्ट कारनामों को जनता के सामने आने से रोकना चाहते हैं और इस कृत्य में सरकार उस भ्रष्ट अधिकारी का साथ दे रहीं हैं,उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष जो मीडिया में तो खूब बयानबाजी करती हैं पर आज तक सत्ता होते हुए भी उस भ्रष्ट अधिकारी की जांच नहीं करवा पाई हैं।

उपसंचालक के द्वारा पत्रकारों के विरुद्ध पुलिस प्रशासन की सहायता से कार्रवाई करवाना यह दर्शाता है कि जिला पंचायत अध्यक्ष और कांग्रेस सरकार का उक्त अधिकारी पर वरद हस्त है, भले ही दिखाने के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष मीडिया में उपसंचालक के विरुद्ध बयान बाजी करती हैं पर अंदरखाने से उक्त अधिकारी को इनका पूरा समर्थन है।

यदि ऐसा नहीं है तो अपनी सरकार को होते हुए आखिर क्यों अब तक उस अधिकारी को बचाया जा रहा है। क्यों नहीं, एक निष्पक्ष जांच की जा रही है??

जिला पंचायत सदस्य रामू नेताम ने कहा कि मीडिया को धमकाने का प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे कांग्रेस सरकार ये किसी भ्रष्ट अधिकारी के जरिए ही करे जनता इस तानाशाही का करारा जवाब देगी।

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