Forest department विभाग द्वारा जब्त किए गए थे 40 वाहन
जगदलपुर । Forest department द्वारा जिले भर के ईमारती लकड़ी तस्करी कर रहे वाहन चालक को लकड़ी सहित विगत 5-6 वर्ष पूर्व पकड़ा गया था .
Forest department इन सभी 40 वाहनों को जब्त कर सरगीपाल स्थित काष्ठागार डिपो में रखा गया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी जब्त वाहनों को चालान के माध्यम से डिपो में जमा किया जाता है।
Forest department बस्तर जिले के जगदलपुर दरभा, कोलेंग, माचकोट, बकावंड, करपावंड, बस्तर, भानपुरी व चित्रकोट रेंज से तस्करी में उपयोग किए गए 40 वाहनों को दस्तावेज की अनउपलब्धता के कारण राजसात नहीं किया जा सका है।
Forest department जानकारी के अनुसार इन जब्त वाहनों के दस्तावेज उक्त रेंज के वनपरिक्षेत्र अधिकारी के पास जमा रहता हैं !
किंतु वन परिक्षेत्र अधिकारियों की लापरवाही की वजह से 5-6 वर्ष पूर्व जब्त वाहनों पर आज दिनांक तक राजसात की कार्यवाही नहीं की गई है।
Forest department उक्त जब्त वाहनों में सबसे अधिक वाहन जगदलपुर रेंज की है और जगदलपुर वनपरिक्षेत्र अधिकारी द्वारा भी वाहनों के दस्तावेज संबंधित अधिकारी के पास जमा नहीं करवाया गया है।
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मुख्य वन संरक्षक जगदलपुर व वनमंडलाधिकारी जगदलपुर द्वारा इन सभी वाहनों के दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए कई बार वन परिक्षेत्र अधिकारियों को मौखिक निर्देश दिया गया था,
किंतु वन परिक्षेत्र अधिकारियों द्वारा अपने अधिकारियों के आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है।
इन सभी वाहनों के दस्तावेज संबंधित अधिकारी को उपलब्ध नहीं कराने के कारण राजसात व निलामी की प्रक्रिया नहीं अपनाई जा सकी है।
जानकारी के अनुसार एक ट्रक कामानार नाका में सागौन लट्ठा के साथ जब्त किया गया था।
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जिसे पूर्व वनमंडलाधिकारी द्वारा निविदा प्रक्रिया अपनाकर उक्त जब्त वाहन को 1 लाख 11 हजार रूपए में निलाम किया गया था।
विगत दिनों कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में लकड़ी तस्करी करते एक टै्रक्टर को जब्त किया गया था
किंतु आज तक उक्त टैक्टर एवं लकड़ी सरगीपाल काष्ठागार डिपो में जमा नहीं किया गया है।
उप वनमंडालधिकारी कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान मंडले ने बताया कि अभी जांच प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है !
जांच प्रक्रिया पूरी होने के उपरांत टै्रक्टर एवं लकड़ी काष्ठागार डिपो में सरगीपाल में जमा किया जायेगा।