Education Conscious : पूर्व व वर्तमान आईएएस अधिकारी स्वास्थ्य व शिक्षा के प्रति सजग
डायनोगस्टिक सेंटर व खुली किताब लायब्रेरी नगर की एक पहचान
भानुप्रतापपुर। स्वास्थ्य व शिक्षा के दिशा में कांकेर जिले में पूर्व पदस्थ रहे आईएएस चन्दन कुमार, एवं आईएएस जितेंद्र यादव के प्रयास से भानुप्रतापपुर में डायनोगस्टिक सेंटर व खुली किताब लायब्रेरी का शुभारंभ होना बस्तर जैसे पिछड़े क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
वही इन अधिकारियों के द्वारा लगातार युवाओ को हमेशा पढ़ाई के प्रति प्रेरित किया गया। यही कारण है, आज अधिकांश बच्चों के मन मे बड़े अधिकारी बनने की चाह देखने को मिल रही है। वही वर्तमान कलेक्टर
आईएएस डॉ प्रियंका शुक्ला भी विकास के साथ ही

स्वास्थ्य व शिक्षा के प्रति गंभीर है।
विदित हो जिले एवं ब्लाक में अब तक न जाने कितने अधिकारी आये और चले गए लेकिन आईएएस चन्दन कुमार, एवं आईएएस जितेंद्र यादव के कार्यकाल के दौरान नगर में डायनोगस्टिक सेंटर व खुली किताब लायब्रेरी की सराहना हर कोई कर रहा है। वही भानुप्रतापपुर को एक अलग पहचान दी है।

कहते है जैसे संगत वैसे ही रंगत होती है। इन अधिकारियों के द्वारा हमेशा बेहतर स्वास्थ्य व शिक्षा के प्रति नगर सहित क्षेत्र के लोगो को मिल सके इस पर हमेशा फोकस किया गया।
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वर्तमान में सीईओ जिला पंचायत जशपुर में पदस्थ आईएएस जितेंद्र यादव पूर्व में लगभग एक साल से भानुप्रतापपुर में एसडीएम रहते उनके कार्य करने की शैली व सोच बहुत ही ऊँची रही वे खासतौर से शिक्षा पर अधिक ध्यान दिया।
वे अपने व्यस्त कार्य से समय निकाल कर क्षेत्र के कॉलेज व स्कूलों में बच्चों व युवाओं को पढ़ाया व पढ़ाई के प्रति उनका उत्साहवर्धन करते रहे।

यही कारण है कि आज अधिकांश बच्चे आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, डॉक्टर, इंजीनियर बनने की सोच बनाये अपने सपनो को साकार करने में लगे हुए है।
श्री यादव समझते थे कि उच्च शिक्षा के लिए अच्छी किताब, मोटिवेशन एवं मार्गदर्शन भी अनिवार्य है, आर्थिक, मानसिक व परिवारक कारणों के चलते हर कोई बच्चे बाहर जाकर पढ़ाई नही कर सकता

इसलिए क्षेत्रवासियों के लिए भानुप्रतापपुर नगर में खुली किताब के नाम से लायब्रेरी का शुभारंभ किया गया, वे स्थानांतरण के पूर्व ही लायब्रेरी का सही संचालन व युवाओ को लाभ मिल सके इसके लिए समिति गठित की गई।
समिति में स्थानीय नागरिक व तहसीलदार को दायित्व सौपा गया और कहा मैं यहा से जा रहा हूँ पर हम मोबाइल के माध्यम से सम्पर्क बनाये रखेंगे। कहने का तात्पर्य यह है कि युवाओ व बच्चों के भविष्य के प्रति इतने गंभीर रहे।
स्थानांतरण शासन कि एक प्रक्रिया है, लेकिन उनकी कार्य व अपनापन को लेकर आज भी लोग याद करते रहेंगे। वही श्री चंदन कुमार जो के वर्तमान में बस्तर कलेक्टर है
उनके अथक प्रयास से नगर में डायनोगस्टिक सेंटर का शुभारंभ होने से स्वास्थ्य के दिशा में लोगो को बेहतर लाभ मिलेंगे।
वर्तमान कलेक्टर प्रियंका शुक्ला चूंकि एक डॉक्टर के साथ ही आईएएस अधिकारी भी है,
वे कहती है कि मरीज का उपचार से ज्यादा राशि जांच में खर्च होती है, यदि
डायनोगस्टिक सेंटर में तमाम सुविधा उपलब्ध हो जाएंगे तो निश्चित ही लोगो को कम खर्च के साथ उन्हें आने जाने में सहूलियत होगी।
भानुप्रतापपुर प्रवास के दौरान उनके स्वास्थ्य व शिक्षा के प्रति कार्य करने की शैली कुछ अलग ही देखने को मिली एक ओर स्कूलों में बच्चों को पढ़ाई के प्रति प्रेरित करना, वही मेरिट बच्चों को हवाई यात्रा करवाने का भी आश्वासन शिक्षा के प्रति बढ़वा दे रही है। उनका कहना है
कि पढ़ाई हमेशा खुश रहकर करना चाहिए। वही नगर सहित क्षेत्र वासियों लोगो को यहा पर बेहतर उपचार मिल सके इसके लिए डायनोगस्टिक सेंटर में तमाम जांच सुविधाए जुटाने में तत्पर दिखाई दिए।