(Development Block Jaijaipur) शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सेंदरी स्कूल में पढ़े थे विद्यार्थी
अग्निवीर आर्मी में चयन हुआ तो बीईओ और प्रधान पाठक के कारनामा हुआ उजागर
(Development Block Jaijaipur) जैजैपुर/ विकास खण्ड जैजैपुर अंतर्गत शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला स्कूल सेंदरी के प्रभारी प्रधान पाठक और जैजैपुर विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी विजय सिदार ने एक जानकारी के अनुसार अग्निवीर आर्मी में चयन हुआ है तो ज्वाइन करने के लिए मूल अंकसूची की जरूरत पड़ती है !
(Development Block Jaijaipur) यह यह दोनों अधिकारी ने मिलकर 2012 में पढ़े विद्यार्थी की मूल अंकसूची बनाया गया है जो कि नियम विरुद्ध है जब जिला शिक्षा अधिकारी ने आदेश ही नही दिया है तो कैसे 2012 की अंकसूची बीईओ और प्रधान पाठक बना सकता है कदापि ही नही प्रभारी प्रधान पाठक और बीईओ ने मूल अंकसूची रहते हुए भी दूसरा मूल अंकसूची जारी किया गया है शिक्षा के नियमानुसार गलत किया जाना प्रतीत हो रहा है !
मूल अंकसूची रहते और एक मूल अंकसूची बनाया
(Development Block Jaijaipur) आपको बता दे कि यह विद्यार्थी सत्र 2012 में आठवीं पास किया गया था और मूल अंकसूची भी प्राप्त किये थे और उस समय कोई अन्य बीईओ और प्रधान पाठक थे और अभी वर्तमान में प्रभारी प्रधान पाठक देवनारायण कश्यप और विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी विजय सिदार की संयुक्त हस्ताक्षर से नया अंकसूची जारी किया गया है इससे प्रतीत होता है कि नियम विरुद्ध मूल अंकसूची रहते हुए भी एक और अंकसूची बनाया जाना अपराध की श्रेणी में आता है
डीईओ की अधिकार का शोषण किये बीईओ
(Development Block Jaijaipur) आपको बता दे कि आठवी तक कि अंकसूची डीईओ कार्यालय में बनाया जाता है लेकिन प्रभारी प्रधान पाठक और जैजैपुर बीईओ ने डीईओ तक फाइल और अनुमति लेने उचित नही समझे और डीईओ की अधिकार का शोषण किया गया है जो समझ से बाहर है
डीईओ से हस्ताक्षर की जरूरत पड़ने पर हुआ उजागर
आपको बता दे कि अगर डीईओ की हस्ताक्षर के जरूरत नही पड़ती तो बिल्कुल बीईओ और प्रभारी प्रधान पाठक की कारनामा दब गया होता और अग्निवीर आर्मी नौकरी की ज्वाइन हो गए होते लेकिन ज्वाइनिंग के पहले डीईओ की हस्ताक्षर की जरूरत पड़ने पर हुआ मामला उजागर और इस तरह से स्कूल के प्रधान पाठक और जैजैपुर बीईओ ने मिलकर नियम विरुद्ध मूल अंकसूची जारी करना समझ से परे हुए है
वर्जन
प्रधान पाठक सेंदरी और जैजैपुर बीईओ ने नियम विरुद्ध मूल अंकसूची रहते हुए भी अंकसूची जारी किया जाना अपराध की श्रेणी में आता है और उचित कार्यवाही भी किया जाएगा
बी एल खरे
जिला शिक्षा अधिकारी
सक्ती