entitled development समावेशन के बल पर विकास को हासिल करना है

entitled achievedनयी दिल्ली . प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के सर्वसमावेशी विकास पर जोर देते हुये आज कहा कि 21वीं सदी में उस ऊंचाई को हासिल किया जायेगा जिसका भारत हकदार है।
entitled development PM मोदी ने “समावेशिता के माध्यम से विकास, विकास के माध्यम से समावेशिता” विषय पर आज यहां आयोजित प्रथम अरूण जेटली स्मृति व्याख्यान को संबोधित करते हुये कहा “ आज का दिन मेरे लिए अपूर्णीय क्षति और असहनीय पीड़ा का दिन है।
मेरे घनिष्ठ मित्र और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे जी अब हमारे बीच नहीं है।
development मेरे मित्र होने के साथ ही वह भारत के भी सच्चे दोस्त थे।
उनके कार्यकाल में दोनों देशों की साक्षी विरासत खूब आगे बढी है।
entitled जापान के सहयोग के जो भारत के विकास में काम हो रहे उसके लिए आबे हमेशा याद किये जायेंगे। आज का यह आयोजन मेरे और घनिष्ठ मित्र अरूण जेटली जी को समर्पित है।
entitled उनकाे याद करने पर बहुत सी बाते याद आती है। उनके बोलने की अदा से हम सब कायल है।
उनका व्यक्तित्व विविधता से भरा था। आज हर कोई अरूण जी को याद करते हैं।
जो विषय वस्तु रखा गया है वह सरकार का मूल मंत्र है।”
श्री मोदी ने कहा कि सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों पर भरोसा करने का मौका है जिससे विकास आगे बढ़ रहा है।
विकास से जुड़ा हर क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है।
entitled 21वीं सदी में उस ऊंचाई को हासिल करेंगे जिसका भारत हकदार है। चुनौतियां है तो उसका 130 करोड़ जबाव भी है। समावेशन के बल पर विकास को हासिल करना है।
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entitled उन्होंने कहा कि बगैर समावेशन का न:न तो विकास संभव है और बगैर विकास के समावेशन के लक्ष्य को भी हासिल नहीं किया जा सकता है।
इसके लिए सरकार ने सबके समावेशन पर जोर दिया है।
पिछले आठ वर्षाें में समावेशन के लिए जिस तरह से काम किया गया है वैसा उदाहरण दुनिया में कहीं भी नहीं मिलेगा।
देश में नौ करोड़ महिलाओं को गैस के कनेक्शन दिये गये हैं।
बीते आठ वर्ष में भारत ने 10 करोड़ से अधिक शौचालय बनाकर गरीबों को दिया है जो दक्षिण कोरिया की आबादी से दोगुना है।
entitled 45 करोड़ से अधिक जनधन खाते खोले गये हैं। गरीबों को तीन करोड़ पक्के मकान दिये गये हैं।
भारत में कुछ वर्ष पहले आयुष्मान भारत योजना शुरू की गयी।
entitled इसकी वजह से 50 करोड़ से अधिक गरीबों को पांच लाख रुपये तक का मुक्त उपचार मिलना सुनिश्चित हुआ है। 3.5 करोड़ लोगों ने इसका उपयोग कर उपचार कराया है।
इसमें समावेशन पर जोर दिया गया है ताकि गरीबों को भी आरोग्य के मामले में अच्छी सुविधा मिले।
जो पहले अलग से अब उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ा गया है।
देश की एक तिहाई लोगों को अब आयुष्मान योजना के माध्यम से मुख्यधारा से जोड़ा गया है जिससे हेल्थकेयर क्षेत्र का कायाकल्प हो गया है।