Dantewada National Rural Livelihood Mission : बेकरी दुकान से ’’प्रतिक्षा’’ ने बनाई नई पहचान,विहान’’ योजना दे रही है महिलाओं को सशक्त आर्थिक आधार 

Dantewada National Rural Livelihood Mission :

नितेश मार्क

Dantewada National Rural Livelihood Mission :  बेकरी दुकान से ’’प्रतिक्षा’’ ने बनाई नई पहचान,विहान’’ योजना दे रही है महिलाओं को सशक्त आर्थिक आधार

 

 

 

Dantewada National Rural Livelihood Mission :  दंतेवाड़ा ।  राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना के तहत जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में जिले में महिला स्वावलंबन की नई-नई पहल की जा रही है और इससे जिले में सैकड़ों महिलाओं की जिन्दगी बदली है। इन कार्यक्षेत्रों में कदम रखकर जिले के महिलाओं ने अपने लिए सशक्त आर्थिक आधार बनाया है।

इस कड़ी में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान योजना अन्तर्गत विकासखण्ड दन्तेवाड़ा के विभिन्न स्व-सहायता समूहों की 35 दीदीयों को बेकरी उत्पाद जैसे-केक, कुकीज, टोस्ट एवं फास्ट फूड बनाने का 07-07 दिवस का दो बार प्रशिक्षण भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान दंतेवाड़ा के द्वारा दिया गया था। इसी प्रशिक्षण सत्र में प्रशिक्षित होकर ग्राम बालूद की झांसी महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य श्रीमती प्रतीक्षा जगत के द्वारा (पंचायत भवन बालूद के पास) बेकरी का उत्पाद की दुकान खोली गई।

यद्यपि इसके पूर्व वे राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के माध्यम से ही किराना स्टोर, फैंसी दुकान का भी संचालन कर रही थी लेकिन कुछ नया करने चाह ने उन्हें बेकरी दुकान खोलने के लिए प्रेरित किया। इस संबंध में स्वयं  प्रतिक्षा जगत ने बताया कि उन्होंने 22 जनवरी से बेकरी दुकान खोला और पति की सलाह पर पहले साधारण केक बनाना प्रारंभ किया।

साथ ही और इसकी मांग बढ़ने पर वे केक के विभिन्न स्वाद जैसे चॉकलेट, वनीला, स्ट्रॉबेरी, कप केक, बटरस्कॉच, पाइनेपल, रसमलाई, वेलवेट केक भी बनाया जिसकी बिक्री बढ़ती गई। अब तो वे पेस्ट्री और टोस्ट भी बखूबी बना रही है। उनका यह भी कहना है कि शुरू से उन्हें पकाने और नये-नये व्यंजन बनाने का शौक था। इसी के चलते वे समोसा, पापड़, मुरकू, नमकीन का भी बिक्रय किया करती थी। परन्तु बेकरी उत्पाद निर्माण ने उनके सपनों को नई दिशा दी हैं और पिछले 6 महीनों में उन्हे केक बनाकर 50 हजार रूपये की आमदनी हुई।

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12वीं तक शिक्षा प्राप्त प्रतीक्षा कहती है कि उनका सपना है कि वे एक सफल ’’बिजनेस वूमेन’’ बने। कुल मिलाकर राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान ने ग्रामीण महिलाओं को सपने देखने और उन्हें पूरा करने की आजादी दे दी है। जो ग्रामीण महिलाएं पहले मात्र भजिया, पकोड़े, बड़े बनाने में ही माहिर थी आज वे स्वादिष्ट केक बना कर एक नया मुकाम हासिल कर रही है। वैसे भी महिलाओं को पाककला में महारत हासिल होती ही हैं और श्रीमती प्रतिक्षा ने जिस उत्साह से इस क्षेत्र में कदम रखा है उनको निश्चित ही सफलता मिलेगी।

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