नितेश मार्क
Dantewada latest news : आरक्षित सीट से चुने गए विधायक कठपुतली बनकर ना रहे आरक्षण का महत्व को समझें : किसान नेता
Dantewada latest news : दंतेवाड़ा ! आदिवासी कार्यकर्ता एवं किसान नेता संजय पंत ने प्रेस नोट जारी कर दंतेवाड़ा विधायक के लिए अवैध रूप से तैयार किये गए सरकारी बंगले की तीखी आलोचना करते हुए इसे आदिवासियों के हक एवं अधिकार के पैसे की चोरी बताया है.वे कहते हैं कि बाबा साहेब अंबेडकर ने तमाम विरोधों के बावजूद भारतीय संविधान में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों के लिए लोकसभा और विधानसभा में आरक्षण की व्यवस्था लागू करवाई थी।
Dantewada latest news : इस व्यवस्था के पीछे उनकी यह पवित्र सोच थी कि आरक्षित सीटों से चुने हुए जनप्रतिनिधि अपने समाज के लिए मार्गदर्शक का कार्य करेंगे। यह अत्यंत दुख का विषय है कि आरक्षित सीट से चुने गए जनप्रतिनिधि ही अपने समाज से दूरी बना लेते हैं समाज में फैली तमाम समस्याओं एवं पिछड़ेपन का सबसे बड़ा कारण बनते हैं।विधानसभा चुनाव के समय 6 महीने पहले ही आदिवासी हितों की कसमें खाने वाले दंतेवाड़ा के वर्तमान भाजपा विधायक महोदय ने इतनी जल्दी रंग बदला कि गिरगिट भी शरमा जाए।
Dantewada latest news : बिना किसी सरकारी आदेश या अनुमति के विधायक महोदय के चहेतों द्वारा नगर के हृदय स्थल में बने पुराने सरकारी गेस्ट हाउस को सिर्फ इसलिए तोड़ दिया गया ताकि विधायक महोदय को तोहफे के रूप में सरकारी बंगला दिया जा सके। इन तथाकथित चापलूस चहेतों द्वारा नए भवन के निर्माण के लिए स्वयं द्वारा एक करोड़ रुपए से भी ज्यादा की रकम इस विश्वास के साथ खर्च कर दिए गए की सरकार और तंत्र तो हमारा ही है बाद में निकाल लेंगे।आदिवासी समाज के सामने अनेक बड़ी समस्याएं मुंहबाये खड़ी हैं जिनकी जड़ों में आदिवासी समाज के जनप्रतिनिधियों की असफलता एवं अज्ञानता छिपी हुई है। विधायक महोदय जी स्वयं आदिवासी समाज से एवं आरक्षित सीट से चुने गए विधायक हैं।
चंद लोगों के हाथों की कठपुतली बनकर उन्होंने जनता के साथ विश्वासघात किया है। इस पूरे घटनाक्रम से यह तथ्य अवश्य समझ आता है कि विधायक को पांचवी अनुसूची क्षेत्र के अधिकारों एवं जिम्मेदारियों का ज्ञान होना चाहिए । जनप्रतिनिधियों की इसी अज्ञानता ने बस्तर क्षेत्र को गरीबी, पिछड़ेपन, भ्रष्टाचार, कुपोषण, लाल पानी, हिंसा जैसी विकराल सामाजिक समस्याओं के मुंह में धकेल दिया है।
भारतीय किसान यूनियन निजी स्वार्थ के लिए सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का जिम्मेदार मानते हुए दंतेवाड़ा विधायक महोदय से तुरंत इस्तीफे की मांग करता है। विधायक महोदय एवं जिला प्रशासन द्वारा इस विषय पर अपनी स्थिति स्पष्ट ना करने की स्थिति में भारतीय किसान यूनियन इस गेस्ट हाउस को किसान भवन के रूप में घोषित करेगा।