Dantewada : गुणवत्ताहीन निर्माणों पर प्रशासनिक ख़ामोशी, तूफान के संकेत तो नहीं
Dantewada : दंतेवाड़ा– नई सरकार के गठन के बाद यद्यपि प्रशासनिक कार्यो और कार्यवाही में तेजी आई जिसका परिणाम भी बेहतर दिखाई पड़ रहा है. हाल ही में गौ संवर्धन केंद्र में बदलाव, कटेकल्याण में छोटी-बड़ी सर्जरी, पंचायतों में कार्यवाही के अनेक उदाहरण सामने हैं.
छोटे मामले पर भी बड़ी कार्यवाही हुई. लेकिन प्रशासन को लगातार एक ही व्यक्ति के लगातार घटिया निर्माण कार्य की सूचना पर सांप क्यों सूंघ जाता है? यह पचता नहीं है. संभव है यह तूफान से पहले की खामोशी हो? बीते सप्ताह कॉलेज के सामने निर्माण, मांझीपदर में घटिया निर्माण के साथ नाबालिक बच्चों से काम कराये जाने के समाचार सुर्खियों में थे.
Dantewada : उक्त ठेकेदार को संरक्षण की बात भी चर्चा में थी. इसी तरह के अन्य निम्न स्तर के निर्माण जिले में भरे पड़े हैं जिनपर रोक की जरूरत है. उल्लेखनीय है कि पिछले सरकार के समय हुए बंदरबाट के बाद चहेतो तो उपकृत करने बांटे गए इन निर्माण कार्यो में दोनों ही सरकार के दामन में दाग नजर आते है.
मौसेरे भाई के रुप में वर्तमान सरकार की चुप्पी भी इस पर मुहर लगाती है. अमृत सरोवर योजना से लाल हुए लोग, गोठान के रास्ते पिछली सरकार को ही ले डूबे. अब उसी रास्ते पर वर्तमान सरकार चल पड़ी है.
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जनता जनार्दन इन सारी गतिविधियों को ध्यान में रखती जरूर है. अतः सनद रहे कार्यवाही भी किस प्रकार और किस-किस पर हो रही इसका भी हिसाब जनता के पास है. उम्मीद होगी कि जिले में चल रहे निम्न स्तर के निर्माण कार्यो की जांच कर कार्य पर रोक लगाया जाय ताकि सरकारी पैसे का बंदरबाट न हो. और कार्यवाही भी न्यायपूर्ण नजर आये.