(Corruption in Anganwadi assistant recruitment) आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में भ्रष्टाचार , कलेक्टर और विधायक से की शिकायत

(Corruption in Anganwadi assistant recruitment)

भुवनेश्वर प्रसाद साहू

(Corruption in Anganwadi assistant recruitment) सरसींवा क्षेत्र भटगांव परियोजना सेक्टर धोबनी का मामला

 

भ्रष्टाचार में लिप्त महिला बाल विकास विभाग के अधिकारीगण

 

(Corruption in Anganwadi assistant recruitment) कसडोल  !   बलौदाबाजार व सोनाखान सेक्टर प्रभारी आदित्य शर्मा ( महिला बाल विकास विभाग जिला अधिकारी बलौदाबाजार ) द्वारा निरंकुश आचरण किए जाने की शिकायत लगातार की जा रही है पर कार्यवाही शून्य है !

(Corruption in Anganwadi assistant recruitment) आदित्य शर्मा का कहना है कि ज्यादा से ज्यादा क्या कर सकते हैं… ट्रांसफर ! पर सुकमा तो नहीं भेज सकते ना.. मुझे? कोर्ट से स्टे ले आऊंगा ऐसा कहना है इस अधिकारी का !

एक साथ कई जगहों के परियोजना अधिकारी के प्रभार में है आदित्य शर्मा ! यह अधिकारी इतना निरंकुश है कि पूर्व में सोनाखान (Corruption in Anganwadi assistant recruitment)  परियोजना की महिला पर्यवेक्षक को 6 माह तक वेतन नहीं दिया था और जबरन एलपीसी को भेज दिया गया कहकर …महिला पर्यवेक्षक को वेतन के लिए घुमाता था !

ताजा मामला भटगांव परियोजना सेक्टर धोबनी का है जहां पर आंगनबाड़ी सहायिका का पद रिक्त होने पर वर्ष 2021 -22 में आंगनबाड़ी सहायिका पद के लिए आवेदन भटगांव परियोजना द्वारा मंगाया गया था !

(Corruption in Anganwadi assistant recruitment) जहां पर धोबनी ग्राम पंचायत से 4 लोगों ने आवेदन किया था ! क्रमशः टेकती पटेल पति गजानन पटेल , सुभद्रा पात्र पति विक्रम पात्र , जया पति नकुल प्रसाद और उत्तरा गणेशराम ने आवेदन6 दिया था ! पात्रता अनुसार ही नियुक्ति होनी थी जबकि सुभद्रा पात्र पति विक्रम पात्र का सबसे ज्यादा अंक है , फिर भी चयनकर्ताओं ने अपात्र का चयन कर डाला है !

इसके चलते पीड़िता ने आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में हुए भ्रष्टाचार की सच्चाई सामने लाई है ! जहां प्रार्थिया सुभद्रा पात्र ने भ्रष्टाचार की शिकायत जिला कलेक्टर एवं क्षेत्रीय विधायक संसदीय सचिव चंद्रदेव राय की है !

(Corruption in Anganwadi assistant recruitment)  प्रार्थिया सुभद्रा पात्र ने भटगांव परियोजना में आंगनबाड़ी सहायिका के रिक्त पद पर अपात्र को पात्रता देकर नियुक्ति कर दिए जाने की लिखित शिकायत जिला कलेक्टर से की है ! आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती 2021-22 में आवेदन किया गया था ! जहां पात्र की सूची में उनका नाम दूसरे नंबर पर था , वही कुल अंक के अनुसार अभ्यर्थियों में प्रथम होना चाहिए था , किंतु कुछ लोगों द्वारा षड्यंत्रपूर्वक , सांठगांठ कर सूचना पटल से उनका नाम फाड़कर हटा दिया गया !

(Corruption in Anganwadi assistant recruitment)  वहीं किसी दूसरे अपात्र को रूपये ले कर नियुक्ति दे दी गई है ! प्रार्थिया ने बताया कि उक्त सहायिका पद हेतु उनके पास कुछ लोगों ने आकर नियुक्ति हेतु रुपयों की मांग की थी जहां प्रार्थिया द्वारा रुपया देने में असमर्थता व्यक्त की एवं आर्थिक तंगी बतलाई गई ! जिससे व्यक्ति विशेष द्वारा व्यक्ति विशेष लोगों द्वारा साठगांठ कर पात्र होते हुए उनका नाम हटाकर अन्य को नियुक्ति दे दी गई !

 

निराकरण नहीं तो मुख्यमंत्री के पास जाएंगे

प्रार्थिया ने जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ के कलेक्टर क्षेत्रीय विधायक से भर्ती में हुए भ्रष्टाचार और अपारदर्शिता पूर्वक नियुक्ति होने की शिकायत की है ! यहां यह बात लोगों के गले से नहीं उतर रही है कि कैसे कोई जारी लिस्ट को हटाकर बंदरबांट भी करवा सकता है?
यदि प्रार्थिया की शिकायत सही पाई गई तो पूरा विभाग लपेटे में आ सकता है!

(Corruption in Anganwadi assistant recruitment)  लोगों का कहना है कि भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारी कर्मचारियों को इन दिनों अपनी नौकरी चले जाने तक का भय नहीं है जो खुलेआम लेनदेन कर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने में लगे हुए हैं ! वहीं प्रार्थिया का कहना कि यदि उक्त भर्ती में हुए भ्रष्टाचार की जांच कर त्वरित निराकरण नहीं की गई तो आगे मुख्यमंत्री के पास जाएगी और न्यायालय की शरण भी ले सकती है !

(Corruption in Anganwadi assistant recruitment)  कसडोल व सोनाखान परियोजना में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता / सहायिका नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है ! अधिकारी आदित्य शर्मा बैठते हैं रात -रात को , परियोजना कार्यालय कसडोल में ! पत्रकार द्वारा सवाल पूछने व जानकारी मांगने पर आदित्य शर्मा ने मोबाइल में ब्लॉक कर रखा है आज की जनधारा संवाददाता को ! दूसरे नंबर से कॉल करने पर फोन भी नहीं उठाते ! इनके कार्यों को लेकर जिला कार्यक्रम अधिकारी बलौदाबाजार द्वारा नोटिस भी दिया गया है !

(Corruption in Anganwadi assistant recruitment)  लोगों ने पहले से ही आशंका जला दी है कि अधिकारी द्वारा रात को कार्यालय में बैठने से निष्पक्ष नियुक्ति नहीं होगी , भारी लेनदेन की आशंका है !

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