Chhattisgarh Olympics from October 6 : कबड्डी, खो-खो, भंवरा, पिठुल व कांचे जैसे 14 खेलों का महामुकाबला, समापन समारोह 6 जनवरी को रायपुर में

Chhattisgarh Olympics from October 6 : कबड्डी, खो-खो, भंवरा, पिठुल व कांचे जैसे 14 खेलों का महामुकाबला, समापन समारोह 6 जनवरी को रायपुर में

Chhattisgarh Olympics from October 6 : कबड्डी, खो-खो, भंवरा, पिठुल व कांचे जैसे 14 खेलों का महामुकाबला, समापन समारोह 6 जनवरी को रायपुर में

Chhattisgarh Olympics from October 6 : राज्य सरकार ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों की तिथि घोषित कर दी है। ग्रामीण खेलों की यह सबसे बड़ी प्रतियोगिता 6 अक्टूबर से शुरू होगी।

Chhattisgarh Olympics from October 6 : कबड्डी, खो-खो, भंवरा, पिठुल व कांचे जैसे 14 खेलों का महामुकाबला, समापन समारोह 6 जनवरी को रायपुर में
Chhattisgarh Olympics from October 6 : कबड्डी, खो-खो, भंवरा, पिठुल व कांचे जैसे 14 खेलों का महामुकाबला, समापन समारोह 6 जनवरी को रायपुर में

Also read  :CG Raipur Crime News : बीमार मां की देखभाल से परेशान बेटे ने दी मां को भयानक मौत, जानिए कैसे हुआ खुलासा….

Chhattisgarh Olympics from October 6 : अगले तीन महीने तक ग्रामीण 14 पारंपरिक खेलों जैसे कबड्डी, खो-खो, पिठुल, भंवरा, कांचा के खिलाड़ी विभिन्न स्तरों पर प्रतिस्पर्धा करेंगे। खेल समारोह का समापन 6 जनवरी को राजधानी रायपुर में होगा।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में 6 सितंबर को हुई कैबिनेट की बैठक में छत्तीसगढ़िया ओलंपिक आयोजित करने का निर्णय लिया गया. अब खेल एवं युवा कल्याण विभाग ने इस आयोजन को लेकर पूरी तैयारी कर ली है।

Chhattisgarh Olympics from October 6 : कबड्डी, खो-खो, भंवरा, पिठुल व कांचे जैसे 14 खेलों का महामुकाबला, समापन समारोह 6 जनवरी को रायपुर में
Chhattisgarh Olympics from October 6 : कबड्डी, खो-खो, भंवरा, पिठुल व कांचे जैसे 14 खेलों का महामुकाबला, समापन समारोह 6 जनवरी को रायपुर में

पंचायत एवं ग्रामीण विकास एवं नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

खेल के लिए 6 स्तर निर्धारित हैं। जिसके अनुसार खेल प्रतियोगिता के चरण होंगे। इसमें गांव में प्रथम स्तर राजीव युवा मितान क्लब का होगा। दूसरा स्तर जोन का है। इसमें आठ राजीव युवा मितान क्लबों का क्लब होगा।

इसके बाद विकासखंड-शहरी क्लस्टर स्तर, जिला, संभाग और अंत में राज्य स्तर पर खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इस इवेंट में टीम और सिंगल कैटेगरी में 14 तरह के पारंपरिक खेल रखे गए हैं।

Also read  :With Dead Body : सूख गई लाश, अकड़ गई हड्डियां, फिर भी मां-बाप बोले- जिंदा है हमारा बेटा… हम गंगाजल से रोज पोंछते हैं…पढ़िये कलेजा फटने वाली स्टोरी

छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक को लेकर जारी कार्ययोजना के अनुसार खेल प्रतियोगिता दो वर्गों में होगी।

Chhattisgarh Olympics from October 6 : कबड्डी, खो-खो, भंवरा, पिठुल व कांचे जैसे 14 खेलों का महामुकाबला, समापन समारोह 6 जनवरी को रायपुर में
Chhattisgarh Olympics from October 6 : कबड्डी, खो-खो, भंवरा, पिठुल व कांचे जैसे 14 खेलों का महामुकाबला, समापन समारोह 6 जनवरी को रायपुर में

छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में शामिल ये खेल

इस प्रतियोगिता में जिन खेलों को शामिल किया गया है उनमें गिल्ली डंडा, पिथुल, सांखली, लंगड़ी रन, कबड्डी, खो-खो, टंगस्टन और बंटी (कांचा) पार्टी वर्ग यानी टीम इवेंट में शामिल हैं।

वहीं, सिंगल कैटेगरी यानी सोलो इवेंट में बिलास, फुगड़ी, गेड़ी रेस, भंवरा, 100 मीटर रेस और लॉन्ग जंप शामिल हैं.

खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन की तिथियां इस प्रकार रहेंगी

सबसे पहले राजीव युवा मितान क्लब स्तर के आयोजन 6 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक होंगे। वहीं, 15 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक जोन स्तरीय प्रतियोगिताएं खेली जाएंगी। ब्लॉक स्तर पर खेल का आयोजन कब से होगा?

Chhattisgarh Olympics from October 6 : कबड्डी, खो-खो, भंवरा, पिठुल व कांचे जैसे 14 खेलों का महामुकाबला, समापन समारोह 6 जनवरी को रायपुर में
Chhattisgarh Olympics from October 6 : कबड्डी, खो-खो, भंवरा, पिठुल व कांचे जैसे 14 खेलों का महामुकाबला, समापन समारोह 6 जनवरी को रायपुर में

27 अक्टूबर से 10 नवंबर तक जिला स्तर पर प्रतियोगिताएं 17 नवंबर से 26 नवंबर तक होंगी। संभाग स्तर पर प्रतियोगिता 5 दिसंबर से 14 दिसंबर तक होगी। राज्य स्तर पर छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का अंतिम चरण खेला जाएगा. 28 दिसंबर से 6 जनवरी तक

बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हिस्सा ले सकेंगे

आयु वर्ग को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। इसमें पहली श्रेणी 18 वर्ष की आयु तक, फिर 18-40 वर्ष की आयु सीमा तक, जबकि तीसरी श्रेणी 40 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए है।

इस प्रतियोगिता में पुरुष और महिला दोनों वर्ग के प्रतिभागी शामिल होंगे। सरकार का कहना है, छत्तीसगढ़िया ओलंपिक प्रतिभागियों को एक और मंच देगा। साथ ही उनमें खेलों के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और खेल भावना का विकास होगा।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU