CG POLICE : दिल्ली-मुंबई में बदमाश पकड़ने पुलिसकर्मियों को मिलता है 150 रुपए भत्ता

CG POLICE :

मनोज सिंह

CG POLICE : सिस्टम बना रहा भ्रष्ट, बाहर से इंतजाम की मजबूरी, लंबे समय से नहीं बढ़ा भत्ता
CG POLICE : हर साल 500 से अधिक मामलों में दूसरे राज्यों में जाकर आरोपियों की धरपकड़
CG POLICE : रायपुर में हर 100 से अधिक गंभीर वारदातों में बाहरी गिरोह का रहता है हाथ

CG POLICE : रायपुर। छत्तीसगढ़ से दूसरे राज्यों में डेरा जमाकर बदमाशों को पकडऩे से लेकर गुमशुदों की तलाश करने पुलिस कर्मियों को इतना कम भत्ता मिलता है, जिससे मेट्रो सिटी तो दूर, देश के किसी छोटे गांव कस्बे में भी चौबीस घंटे गुजारना मुश्किल है।

CG POLICE : रायपुर से दूसरे राज्यों के बड़े शहरों में जाने वाले पुलिसकर्मियों को रोज का महज 200 रुपए और छोटे शहरों के लिए 150 रुपए भत्ता मिलता है, जबकि छोटे शहरों में एक दिन गुजारने में हजारों रुपए खर्च होते हैं। अगर देखा जाए तो देश के मैट्रों शहरों में वाहन और होटल के साथ 4 हजार रुपए तक खर्च हो जाता है, लेकिन विभाग के तरफ से इसकी आधी रकम भी उन्हें नहीं मिलती है।

CG POLICE : पुलिसकर्मियों को यह भत्ता आज से नहीं, बल्कि दशकभर पहले से निर्धारित है। इसी भत्ते पर पुलिसकर्मी दूसरे राज्यों से खासकर बदमाशों को पकडऩे जाते हैं, लेकिन दशकभर के बीच में एक बार भी भत्ते को लेकर सुधार नहीं हो सका। ऐसी दशा में पुलिसकर्मी बदमाशों को पकडक़र हत्या, लूट, डकैती से मानव तस्करी करने वाले बाहरी गिरोह का नेटवर्क कैसे तोड़ेंगे?

क्या है कटेगरी

जानकारी के मुताबिक हैदराबाद, दिल्ली, बेंगलुरु, ग्रेटर मुंबई, चेन्नई और कोलकाता को एक्स कटेगरी में रखा गया है। उत्तर प्रदेश, बिहार, असम समेत 17 राज्यों की राजधानी को वाई केटगरी में रखा गया है। वहीं, छोटे-छोटे शहरों को जेड श्रेणी में रखा गया है।

इसलिए पुलिस को जाना पड़ता है

जानकारी के मुताबिक रायपुर पुलिस को दूसरे राज्यों के बदमाशों को गिर तार करने, स मन तामिली कराने, विवेचना और गुमशुदा की तलाश करने बाहर जाना पड़ता है। कई मामलों में एक से अधिक दिन रुकना होता है। इतने कम पैसे में अनजान शहर में ठहरना बेहद कठिन होता है।

एक्स-वाई कटेगरी में इतना भत्ता

जानकारी के मुताबिक एक्स श्रेणी के शहरों में पुलिस कर्मियों को रोज का दैनिक भत्ता 200 रुपए, होटल भत्ता 1200 रुपए और परिवहन भत्ता 200 रुपए मिलता है। वहीं, वाई कटेगरी में दैनिक भत्ता 150 रुपए, होटल भत्ता 1000 और परिवहन भत्ता 150 रुपए में मिलता है।

जेड कटेगरी की हालत बेहद खराब

जानकारी के मुताबिक जेड श्रेणी के शहरों के लिए पुलिस कर्मियों को रोज दैनिक भत्ता 125 रुपए, होटल भत्ता 375 और परिवहन भत्ता 100 रुपए मिलता है। यानी कुल मिलाकर 525 रुपए एक दिन का पुलिसकर्मियों को मिलता है। इतने कम पैसे में अनजान शहर में रुककर बदमाशों की तलाश करना बेहद कठिन होगा।

500 से अधिक केस में जाना पड़ता है बाहर

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जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ से दूसरे राज्यों में हर साल करीब 3 हजार केस में पुलिस जवानों को जाना पड़ता है। इसमें सिर्फ रायपुर से 500 से अधिक मामलों में पुलिस जवानों को दूसरे राज्यों में बदमाशों को पकडऩे या फिर गुमशुदा की तलाश के लिए जाना पड़ता है। इनमें 100 से अधिक केस में पुलिस जवानों को ह तों दूसरे शहरों में ठहरना पड़ता है।

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