CG Narayanpur : अबूझमाड़ के ग्रामीण जान जोखिम में डालकर पीडीएस और दैनिक उपयोग की सामग्री के लिए नदी पार करने को मजबूर

CG Narayanpur : अबूझमाड़ के ग्रामीण जान जोखिम में डालकर पीडीएस और दैनिक उपयोग की सामग्री के लिए नदी पार करने को मजबूर

CG Narayanpur : अबूझमाड़ के ग्रामीण जान जोखिम में डालकर पीडीएस और दैनिक उपयोग की सामग्री के लिए नदी पार करने को मजबूर

वनोपज बाजार में बिक्री करने सर पर बोझा रखकर नदी पार कर आते है सोनपुर बाजार

नक्सल प्रभावित इलाका होने के चलते प्रशासन का नुमाइंदे नही लेते सुध

CG Narayanpur : नारायणपुर – नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ के घमंडी ग्राम पंचायत और सरगीपाल के ग्रामीण अपनी दैनिक उपयोग की सामग्री और पीडीएस के राशन के लिए कुकुर नदी को जान जोखिम में डालकर पार करना उनकी मजबूरी है ।

क्योंकि नदी पार करके ही उन्हें साफ्ताहिक बाजार सोनपुर से दैनिक उपयोग की सामग्री और पीडीएस का राशन मिलता है । ग्रामीण सर पर राशन और कंधे पर बच्चो को लेकर नदी पार करते है इस दौरान नदी का पानी गले तक होता है

कई बार ग्रामीण कुकुर नदी पार करते वक्त पानी के बहाव में बह जाते है लेकिन नक्सली दहशत के चलते इन इलाको में इनकी सुध लेने प्रशासन का कोई भी नुमाइंदा पहुंच नही पाता और नदी पर पुल का निर्माण तो दूर की बात है ।

Also read  :Crime Branch of Mumbai Police : मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने किया सेक्स कॉल सेंटर का भंडाफोड़

CG Narayanpur : ग्रामीणों का कहना है कि नदी पार करके जीवनयापन करना उनकी मजबूरी है तेल , नमक , सब्जी और चावल के लिए नदी पार करके आना पड़ता है क्योंकि हमारे गांव में कुछ नही मिलता , हमारी मांग है नदी पर पुल का निर्माण कर उन्हे

राहत पहुंचाया जाए । ज्ञात हो कि नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ में नक्सली दहशत के चलते आज भी कई इलाके ऐसे है जहा तक शासन प्रशासन अब तक पहुंच नही पाया है जिसके चलते यहां रहने वाले ग्रामीणों को आज भी आदिमयुग की

तरह जीवनयापन करना पड़ रहा है । अबूझमाड़ के ग्रामीण दैनिक उपयोग की सामग्री तेल , नमक , हल्दी , मिर्ची और पीडीएस के चावल के लिए जान जोखिम में डालकर कुकुर नदी पार करने को मजबूर है क्योंकि नदी पार ही साफ्ताहिक

सोनपुर बाजार में राशन और दैनिक उपयोग की सामग्री मिलती है । वही आते समय वनोपज बाजार में बेचने के लिए लाते है तो भी उन्हें वनोपज सर पर रखकर पार करना पड़ता है । नदी पर पानी इतना ज्यादा होता है की ग्रामीणों का सर ही

Also read  :https://jandhara24.com/news/113166/breaking-naxalites-supported-the-strike-of-banner-officers-in-large-numbers-in-koylibeda/

नदी पर नजर आता है सर पर राशन और कंधे पर बच्चो व महिलाओ को हाथ पकड़कर नदी पार का इनकी मजबूरी है क्योंकि जीवनयापन करने का साधन नदी पार करके ही मिलेगा । नक्सली दहशत के चलते इन इलाको में शासन प्रशासन

का कोई नुमाइंदा इनकी सुध लेने नही पहुंचता जिसके चलते आजादी के 76 सालो बाद भी आदिमयुग की तरह जीवन यापन करना पड़ है । मेहतू , राशन दुकान संचालक ने बताया कि घमंडी ग्राम पंचायत के लगभग 10 गांवो के ग्रामीण

CG Narayanpur : अबूझमाड़ के ग्रामीण जान जोखिम में डालकर पीडीएस और दैनिक उपयोग की सामग्री के लिए नदी पार करने को मजबूर
CG Narayanpur : अबूझमाड़ के ग्रामीण जान जोखिम में डालकर पीडीएस और दैनिक उपयोग की सामग्री के लिए नदी पार करने को मजबूर

राशन लेने नदी पार करके आते है और राशन ले जाते वक्त राशन सर पर रखकर नदी पार करते है क्योंकि नदी पार उनका गांव है । नदी पर काफी पानी रहता है ग्रामीणों की मजबूरी है की गांव तक पहुंच मार्ग और नालों पर पुल नही होने

CG Narayanpur : अबूझमाड़ के ग्रामीण जान जोखिम में डालकर पीडीएस और दैनिक उपयोग की सामग्री के लिए नदी पार करने को मजबूर
CG Narayanpur : अबूझमाड़ के ग्रामीण जान जोखिम में डालकर पीडीएस और दैनिक उपयोग की सामग्री के लिए नदी पार करने को मजबूर

CG Narayanpur :के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । राशन दुकान भी नदी पार नहीं ले जा सकते क्योंकि नदी पर पुल नही और गांव तक सड़क नही सिर्फ पगडंडी के सहारे जाना पड़ता है ।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU