CG Film Nava Bihaan : बस्तर के वादियों में बनी फिल्म नवा बिहान…..
बालोद। आदिवासी अंचल बस्तर की वादियों में बनी
CG Film Nava Bihaan : परिवारिक फिल्म नवा बिहान में पहली बार हल्बी, गोंडी, छत्तीसगढ़ी भाषा को अपने संवाद में पिरो कर बस्तर की विलुप्त होती कला संस्कृति को इस फिल्म ने आम दर्शकों तक पहुंचाने का भरसक प्रयास किया है।

CG Film Nava Bihaan :संजारी बालोद की विधायक संगीता सिन्हा से बात करने पर बताया कि मैं छत्तीसगढ़ी फ़िल्म की दिलचस्पी पूर्वक देखती हूं यह फ़िल्म देखने पर मुझे अलग ही आनंद महसूस हुआ और छत्तीसगढ़ी फिल्म “नवा बिहान” मे गोधन न्याय योजना
देखकर खुश हुई : विधायक संगीता सिन्हा ये बस्तर की झलक और वहा के भासा बोली नृत्य को देखकर बहुत प्रभावित हुई और आम जनता को भी यह फ़िल्म देखने की अपील की।

गोधन न्याय योजना, बस्तर की संस्कृति और छत्तीसगढ़ी संस्कृति को मिलाकर बनी छत्तीसगढ़ी फिल्म “नवा बिहान” एक परिवारिक कहानी है। सबको यह फिल्म देखना चाहिए, बहुत बेहतरीन फिल्मांकन के साथ बस्तर की खूबसूरती को दिखाया गया है।
फिल्म नवा बिहान के यूनिट से हुई बातचीत में फिल्म के निर्माता रवि बहादुर सिंह ने बताया कि मेरे बड़े भाई सोनू ठाकुर द्वारा लिखित कहानी पर यह फिल्म बनाई गई है जिसमें बस्तर की संस्कृति वहां के रहन-सहन और गीत नृत्य का समावेश

फिल्में प्रमुखता से ली गई है। साथ ही छत्तीसगढ़ प्रदेश सरकार की कल्याणकारी योजना गोधन गौठान योजना से ग्रामीण जन को मिल रहे त्वरित सुविधा को भी फिल्म में सर्वोच्च स्थान दिया गया है बालोद के निकट ग्राम चरोटा के गौठान में भी इस फिल्म की शूटिंग की गई है।
फिल्म के निर्देशक आशीष गंजीर ने बताया
कि बस्तर की कला संस्कृति ,भाषा, जीवन शैली को सरलता से इस फिल्म में स्थान दिया गया है। उन्होंने आगे कहा नक्सलियों के मांद में जाकर फिल्म की शूटिंग करना आसान नहीं था, फिर भी हमारी कोशिश थी कि बिना किसी रूकावट
के फिल्म की शूटिंग हो । फिल्म आम जनता के लिए सरलता से बने और हमारी यूनिट सफल रही। बस्तर में हमें फिल्म शूटिंग के दौरान सुरक्षा व्यवस्था मिली ।

फिल्म के नायक आकाश सोनी और नायिका इशिका यादव ने भी शूटिंग के दौरान हुए अपने खट्टे मीठे अनुभव को बताते कहा कि बस्तर की बोली
गोंडी और हल्बी भाषा शैली को समझकर वही भाषा संवाद बोलने में एक नया अनुभव मिला। फिल्म के सह नायक नरेंद्र काबरा सहित अन्य कलाकारों ने भी अपने अभिनय की छाप छोड़ी है। सु मधुर गीत संगीत के साथ यह फिल्म छत्तीसगढ़ के विभिन्न स्थलों में प्रदर्शित किया गया।