Caste certificate जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए भटकना पड़ रहा इन जातियों को

Caste certificate

Caste certificate जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए भटकना पड़ रहा इन जातियों को

Caste certificate चारामा ! महार, महारा ,महरा, माहरा, माहारा जाति के लोगों को शासन के आदेश के बाद भी जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए भटकना पड़ रहा है .   जबकि छत्तीसगढ़ के अन्य सभी जिलों में इन जातियों का प्रशासन के आदेश के बाद अंग्रेजी में जाति प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं।

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Caste certificate वही शासन से निर्देश के बाद भी चारामा एस डी एम कार्यालय सहित कांकेर जिले में इन जातियों के लोगों को प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जा रहे हैं। जिसे इन जाति के लोगों को अपने कार्य संपादन करने में दिक्कत आ रही है ।

Caste certificate महार जाति से  प्रेमलता सुखदेवे ,श्यामलाल खापर्डे ,केशव लाल खोबरागडे, राजेंद्र कुमार बाल्मीकि ,रामचरण रंगारे, नंदलाल सहारे, टिकेश वाल्मीकि ,महेंद्र वाल्मीकि, उत्तम रंगारे, छबीलाल रंगारे, लेख राम मेश्राम ,कार्तिक राम बासनीकर, ललित गजभिए ,धीरज उके, दीनबंधु बाल्मीकि ,योगेंद्र गायकवाड ,मनोज रामटेके, संदीप कुटारे,राम कमल सुखदेवे सहित अन्य लोग ने जानकारी देते हुए बताया कि पूरे छत्तीसगढ़ में 18 जनवरी और 26 मई 2022 को डॉक्टर कमलप्रीत सिंह सचिव छत्तीसगढ़ शासन सामान्य प्रशासन विभाग ने रायपुर के आदेश के बाद अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के व्यक्तियों को जारी किए जाने वाले जाति प्रमाण पत्र में अंग्रेजी में अधिसूचित जाति को मान्य करने हेतु पत्र जारी किया गया था !

Caste certificate जिसके बाद से पूरे छत्तीसगढ़ में महार जाति सहित अन्य ऐसी जातियां जिनके हिंदी उच्चारण के नामों में विभेद होने के कारण इन सभी जातियों के प्रमाण पत्र में जाति अंग्रेजी भाषा में अंकित कर जारी किए जाने के निर्देश दिए गए थे, इसके बाद से पूरे छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में शासन द्वारा जारी की गई !

Caste certificate ऐसी जातियों की सूची अनुसार स्थाई जाति प्रमाण पत्र जारी किए जा रहे हैं ,लेकिन कांकेर जिला चारामा में एसडीएम के द्वारा शासन की ओर से ऐसे किसी भी प्रकार के आदेश नहीं होने की बात कहकर जाति प्रमाण पत्र बनाने से इनकार किया जा रहा है, जबकि शासन के निर्देश के बाद उन्हीं व्यक्तियों को चारामा तहसीलदार के द्वारा अस्थाई प्रमाण पत्र शासन के निर्देशानुसार जारी कर दिया गया है ,लेकिन एसडीएम के द्वारा किसी भी प्रकार का आदेश नहीं होने की बात कह कर स्थाई जाति प्रमाण नही दिए जाने की बात कही जा रही है।

इस संबंध में एसडीएम का कहना है कि शासन की ओर से भले ही जाति प्रमाण पत्र को अंग्रेजी में उनकी जाति अंकित कर जारी करने के निर्देश दिए गए हैं लेकिन जिला कलेक्टर की ओर से अभी तक इस पर किसी भी प्रकार का निर्देश जारी नहीं हुआ है।

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जिसके कारण एवं विकास खंड जिले के अन्य एस डी एम कार्यालय से जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं किए जा रहे हैं। वही जिला कलेक्टर डॉ प्रियंका शुक्ला के द्वारा इस संबंध में जानकारी देने पर उन्होंने बताया कि सभी एसडीएम को 1 सप्ताह पूर्व ही शासन के नियमानुसार ऐसी सभी जातियों के लिए जाति प्रमाण पत्र अंग्रेजी शब्द में जारी करने के निर्देश दे दिए गए हैं। किसी भी प्रकार की इस में रुकावट नहीं है।

बावजूद इसके एस डी एम के द्वारा संबंधित जाति के लोगों का जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने से इनकार किया जाना समझ से परे है। जिस पर समाज के लोगों ने जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं होने पर हाई कोर्ट जाने की बात कही है।

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