Bombay high court अदालत में पेश होने वाले पुलिस अधिकारियों को वर्दी में आना चाहिए : बॉम्बे हाईकोर्ट
Bombay high court मुंबई ! बॉम्बे उच्च न्यायालय ने हाल ही में कहा कि अदालत में पेश होने वाली एक महिला अधिकारी को अदालत की मर्यादा का पालन नहीं करने के मामले की ओर इशारा करते हुए कहा कि अदालत में पेश होने वाले पुलिस अधिकारियों को वर्दी पहननी चाहिए।
Bombay high court न्यायमूर्ति गडकरी और न्यायमूर्ति पीडी नाइक की पीठ के समक्ष एक मामले में बहस करते हुए अधिवक्ता सुभाष झा ने कहा कि अदालत में आने वाले पुलिस अधिकारी अदालती मर्यादा का पालन नहीं करते हैं। उन्होंने एक महिला पुलिस कर्मी की ओर इशारा किया, जिसने ‘सलवार और कमीज’ पहनी हुई थी।
Bombay high court उन्होंने कहा कि कुछ पुलिस अधिकारी न्यायालय की मर्यादा का पालन नहीं कर रहे हैं और जीन्स जैसे हर तरह के कपड़ों में यहां पेश हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह अदालत के अधिकार को कमजोर करता है।
न्यायमूर्ति गडकरी ने कहा कि ऐसी चीजों को देखने के लिए एक सरकारी वकील मौजूद है। अतिरिक्त लोक अभियोजक संगीता शिंदे ने तब पीठ को सूचित किया कि अधिवक्ता की ओर से संदर्भित अधिकारी शहर की पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा से जुड़ी हुई है और उनके लिए वर्दी पहनना अनिवार्य नहीं है।
Bombay high court न्यायमूर्ति गडकरी ने हालांकि, कहा कि सभी पुलिस अधिकारियों से अदालत में वर्दी पहनने की अपेक्षा की जाती है। न्यायाधीश ने कहा कि उन्होंने वास्तव में अतीत में ऐसा नहीं करने वाले एक अधिकारी को देखा था।