Block Charama : शिक्षा के क्षेत्र में विकासखंड चारामा बना रहा अपनी अलग पहचान

Block Charama :

अनूप वर्मा

 

Block Charama  शिक्षा के क्षेत्र में विकासखंड चारामा बना रहा अपनी अलग पहचान

Block Charama  चारामा !  विकासखंड चारामा मैं लगातार बीते 2 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना रहा है, छात्रों को बचपन से ही इंटरेस्ट एग्जाम के प्रति रुझान बढ़ाने के साथ अच्छी शिक्षा के लिए नवोदय परीक्षा, प्रयास परीक्षाओं का आयोजन होता रहा है,नवोदय की परीक्षा जो कि कक्षा पांचवी और आठवीं के बाद में होती है, छात्र-छात्राओं का चयन कक्षा छठवीं और नवमी में पढ़ाई के लिए शासन स्तर पर की जाती हैं !

Block Charama  शुरू से ही नवोदय की पढ़ाई को स्थानीय पढ़ाई से उच्च गुणवत्ता का माना गया है जिसमें चयन हेतु छात्र-छात्राएं एवं परिजन पूर्व में स्वयं की तैयारी से चयन होपाते थे,हर किसी छात्र के वार्षिक परीक्षा में चयन हेतु क्षमता नहीं होती थी, लेकिन नवोदय में चयन की इच्छा सभी छात्र छात्राओं की शुरू से रही है, वही प्रयास परीक्षा में चयन के बाद शासन की ओर से पढ़ाई हेतु छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई जाती है ,इसकी परीक्षा कक्षा आठवीं के उपरांत होती है। बच्चों की प्रबल इच्छा और उनके अंदर छुपे हुए शिक्षा के प्रति कला को दिखाने के लिए शिक्षा विभाग के संयुक्त योजनाबद्ध तरीके ने नवोदय परीक्षा एवं प्रयास परीक्षा हेतु विकासखंड ,संकुल स्तर एवं स्कूल स्तर पर कोचिंग शुरु की गई।

Block Charama विकासखंड में बीते 3 वर्षों से कोचिंग संचालित हैं,और तभी से इन परीक्षाओं में छात्रों की अधिक रूचि देखी जा रही है, जिसका मुख्य कारण क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी एवं स्थानीय शिक्षकों छात्रों के चयन हेतु योजनाबद्ध तरीके से तैयारियों के लिए शामिल करना है। बीते 2 सालों से लगातार सफल प्रयास के बाद और अच्छे सुखद परिणाम आने के बाद इस वर्ष बहुत जोर शोर से एक बार फिर नवोदय चयन और प्रयास परीक्षाओं के लिए युद्ध स्तर पर छात्रों को तैयारी कराई जा रही है ।कक्षा 9वी मैं चयन हेतु नवोदय परीक्षा के लिए अक्टूबर माह के बाद से ही लगातार स्कूलों में नवोदय की तैयारियां प्रारंभ करवा दी गई थी और विकासखंड के लगभग सभी छात्र छात्राओं को परीक्षा में बैठाने हेतु शिक्षकों के माध्यम से स्कूल से ही फॉर्म भरा गया है,और तैयारी प्रारंभ कर दी गई।

Block Charama प्रत्येक माह के अंत में छात्रों के तैयारियों का जायजा लेने के लिए अभी तक दो परीक्षाएं ली जा चुकी हैं ,इन परीक्षाओं में सफल छात्र-छात्राओ को संकुल स्तर पर शिक्षकों के माध्यम से लगातार तैयारियां कराई जा रही है एवं 30 मार्च को संकुल एवं स्कूल स्तर पर तीसरी बार परीक्षा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें चयनित छात्र छत्राओं को विकासखंड स्तर पर तैयारी कराई जावेगी, अन्य सभी छात्र छात्राओं को उनके स्कूल में परीक्षा की तारीख 28 अप्रैल तक कराई जाएगी एवं चयन परीक्षा 29 अप्रैल को आयोजित होगी ।

इसके अलावा स्कूल में नियमित विषय की पढ़ाई के बाद नवोदय की तैयारी कराई जा रही है। संकुल स्तर पर प्रतिदिन 3 घंटे की कक्षा आयोजित की जा रही है, साथ ही शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रत्येक दिन संध्या बेला पर स्कूल से घर जाने के बाद छात्र छात्राओं से फोन के माध्यम पर पालकों से चर्चा करने का कार्य भी दिया गया है, जिसमें शिक्षक पालकों से बच्चों के पढ़ने लिखने के स्तर एवं घरों में उनकी कैसी तैयारी कराई जाए इस पर भी चर्चा की जाती हैं ,साथ ही व्हाट्सएप पर ग्रुप बनाकर भी बच्चों को पढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है और जिन छात्रों के पास मोबाइल की सुविधाएं नहीं है उन छात्राओं को विशेष रूप से ध्यान देकर शिक्षकों के द्वारा अतिरिक्त समय देकर पढ़ाया जा रहा है , क्योंकि पिछले वर्ष विकासखंड से पहली बार 28 बच्चों का चयन नवोदय परीक्षा में हुआ था, इसलिए इस वर्ष इस लक्ष्य को बढ़ाकर कम से कम 40 छात्र-छात्राओं के चयन तक ले जाने का रखा गया है, जबकि पूरे जिले में कुल सीट 80 है ऐसे में यह लक्ष्य बहुत बड़ा है ,जिसके लिए विकास खंड के खंड शिक्षा अधिकारी केशव साहू , एबीईओ भावना नरेटी के मार्गदर्शन एवं नोडल अधिकारी जोहर ठाकुर सहित सभी संकुल समन्वयक संस्था के प्रधान अध्यापक एवं शिक्षकों के पूर्ण सहयोग से इस लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है ।

साथ ही नवोदय परीक्षा के अलावा अभी से प्रयास परीक्षा के लिए भी तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है क्योंकि पहली बार इस विकासखंड से इस वर्ष 100 छात्रों का चयन प्रयास छात्रवृत्ति परीक्षा में हुआ था ,जिसे बढ़ाने के लिए अभी से अधिकारी कर्मचारियों व शिक्षक शिक्षिकाओं ने कमर कस ली है।  छात्र छात्राओं को तैयारी मैं पुस्तको से,परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्नों के अलावा पुराने पांच से 6 वर्षों के पुराने प्रश्न पत्रों का अध्ययन भी कराया जा रहा है, नए-नए तरीकों से बच्चों के सामने प्रश्न घुमा फिरा कर रखे जा रहे हैं, ताकि बच्चों का प्रश्नों के प्रति जवाब जल्द से जल्द आ सके ,उनमे सोचने समझने की शक्ति बढ़ सके ,हालांकि शिक्षकों के सामने आने वाले 10 अप्रैल से कक्षा पहली से आठवीं तक की परीक्षा को संपन्न कराने एवं 1 अप्रैल से सर्वे का कार्य पूर्ण करने का कार्य शासन स्तर पर दिया गया है।

जो कि शिक्षकों के लिए चुनौती भरा है। क्योंकि इन 2 कार्यों को संपन्न कराने के साथ-साथ बच्चों को नवोदय की तैयारी करवा पाना चुनौती भरा है ।जिसे शिक्षक शिक्षिकाओं सहित छात्र छात्राओं को पार करना होगा।

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